नई दिल्ली: करतारपुर कॉरीडोर को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का बड़ा बयान आया है. कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान 9 नवंबर को करतारपुर कॉरीडोर का उद्घाटन करेगा. उन्होंने ने यह भी बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह करतारपुर साहिब जाएंगे तो लेकिन यात्री के तौर पर ना कि मुख्य अतिथि के तौर पर. बता दें कि पाकिस्तान ने पहले मनमोहन सिंह को उद्घाटन में शामिल होने का न्योता दिया था.


इस पर भारत सरकार ने कहा था कि न्योते पर फैसला मनमोहन सिंह को ही लेना है. बता दें कि मनमोहन सिंह का जन्म गाह गांव में हुआ था. भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद गाह गांव पाकिस्तान में चला गया. 10 साल पीएम रहते हुए मनमोहन सिंह कभी पाकिस्तान नहीं गए. पिछले साल इमरान खान ने पीएम की शपथ लेने के बाद भारतीयों के लिए करतारपुर कॉरिडर ओपन करने की बात कही थी. करतारपुर साहिब गुरुद्वारा पाकिस्तान के नरवाल जिले में है जो कि भारत के गुरुदासपुर से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है.


पीएम मोदी आठ नवंबर को करेंगे उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे. कुछ दिन पहले केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी थी. उन्होंने ट्वीट किया कि आठ नवंबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करतारपुर कॉरीडोर के उद्घाटन के साथ ही इतिहास बन जाएगा. उन्होंने लिखा, ''गुरुनानाक देव जी के आशीर्वाद से, सिख पंथ की करतारपुर साहिब के 'खुले दर्शन दीदार' की अरदास आखिरकार सच होने जा रही है. आठ नवंबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करतारपुर कॉरीडोर के उद्घाटन के साथ ही इतिहास बन जाएगा.''


करतारपुर कॉरीडोर: आठ नवंबर को उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी, हरसिमरत कौर ने दी जानकारी


पाकिस्तान ना जाने पाने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी विशेष इंतजाम
हाल ही में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और पंजाब सरकार के मंत्री सुखजिंदर रन्धावा ने कॉरिडोर के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया था. इस मौके पर रंधावा ने बताया कि उन सिख श्रद्धालुओं के लिए बड़ी खुशखबरी दी जो पाकिस्तान जाकर करतारपुर साहिब के दर्शन नहीं कर पाएंगे. सुखजिंदर रन्धावा ने बताया कि 60 फुट ऊंचा लिफ्ट वाला टावर बनाया जाएगा जहां से दूरबीन के जरिए गुरद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. बता दें कि अभी भी दूरबीन के जरिए दर्शन की सुविधा है लेकिन नई व्यवस्था इससे बेहतर होगी.


ऑनलाइन होगा आवेदन, पासपोर्ट को देख कर मिलेगा परमिट
उन्होंने बताया कि जो लोग पाकिस्तान जा कर करतारपुर साहिब के दर्शन करना चाहेंगे, उन्हें एक महीना पहले ऑनलाइन आवेदन करना होगा, जिस के लिए अगले एक दो दिन में वेबसाइट शुरू कर दी जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जिन लोगों के आवेदन किसी कारण से रद्द हो जाएंगे वो चार दिन बाद फिर से आवेदन कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि जो लोग ऑनलाइन आवेदन नहीं कर सकते वह खुद जाकर अपना वीज़ा आवेदन भी कर सकते हैं. करतारपुर साहिब जाने के लिए पासपोर्ट तो ज़रूरी होगा लेकिन उस पर कोई भी मोहर नहीं लगाई जाएगी. पासपोर्ट को देख कर परमिट नुमा एक स्लिप बना कर दी जाए गई, जिस के ज़रिए वह पाकिस्तान जा सकेंगे.


जानिए- सिखों के लिए करतारपुर गुरुद्वारा साहिब की क्या है धार्मिक अहमियत?


दूसरी बार दर्शन के लिए करना होगा एक साल इंतजार
सुखजिंदर रन्धावा ने यह भी बताया कि जो श्रद्धालु पाकिस्तान जाकर एक बार करतापुर साहिब के दर्शन कर लेंगे वो दोबारा एक साल बाद ही जा सकेंगे. उन्होंने बताया कि एक दिन में पांच हज़ार श्रद्धालु ही पाकिस्तान जा पाएंगे, लेकिन प्रकाश परब जैसे दूसरे धार्मिक समागमों के अवसर पर श्रद्धालुओं की संख्या को बड़ा कर 10 हज़ार तक किया गया है.


सभी काम 31 अक्टूबर तक पूरे हो जाएंगे
मंत्री ने बताया कि कॉरिडोर को लेकर जितने भी धार्मिक समागम होंगे वह सभी साझा तौर पर एक ही मंच पर ही मनाए जाएंगे. रंधावा ने यह भी बताया कि पाकिस्तान और भारत सरकार द्वारा अभी तक पहला जत्था भेजने की तारीख निश्चित नहीं कि गई है, लेकिन 31 अक्टूबर तक सभी निर्माण कार्य पूरी तरह से मुकम्मल कर लिए जाएंगे.