काठमांडू: नेपाल कि सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (नेकपा) की चल रही स्थायी समिति की बैठक में अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचण्ड ने प्रधानमंत्री केपी ओली के इस्तीफे की मांग की है. प्रचण्ड के हवाले से एक नेता ने कहा, "मैंने आपसे इस्तीफा देने के लिए कहा है, भारत ने नहीं."


ओली द्वारा उन्हें पार्टी से निकालने की कोशिश के इरादे पर सवाल उठाने के बाद, अध्यक्ष प्रचण्ड ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत ने नहीं प्रधानमंत्री ओली से हम उनका इस्तीफा चाहते हैं. बैठक में अन्य शीर्ष नेताओं ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ओली के बयान पर भी सवाल उठाया और कहा, "उन्होंने उन्हें प्रधानमंत्री के पद से हटाने की मांग की."


कुछ दिन पहले ओली ने दावा किया था कि भारत और भारतीय दूतावास उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटाने की कोशिश कर रहा है. लेकिन नेताओं ने मांग की कि ओली सबूतों के साथ स्पष्ट करें कि उनको कौन हटाना चाहता है.


मंगलवार को बालुवाटार में पार्टी की स्थायी समिति की बैठक में प्रचंड ने मांग की कि प्रधानमंत्री ओली पद से इस्तीफा दें. बैठक में प्रचंड ने कहा कि प्रधानमंत्री का हालिया बयान कि "भारत मुझे हटाने की कोशिश कर रहा है" ने पार्टी की छवि को धूमिल किया.


प्रचंड ने कहा, "आप ने मदन जयंती के दिन भारत के खिलाफ जो कहा, उसने पार्टी की छवि को धूमिल किया है." प्रचंड ने ओली से यह भी कहा कि उनके इस्तीफे की मांग पार्टी कर रही है न कि भारत. उन्होंने कहा कि आज भी भारत नहीं, मैं आपका इस्तीफा मांग रहा हूं. प्रचंड ने ये भी मांग की कि आपको प्रधानमंत्री और अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.


प्रचंड के बयान के बाद, प्रधानमंत्री ओली ने सवाल किया था कि सीपीएन (नेकपा) की बैठक में वास्तव में क्या हुआ था और नई दिल्ली मीडिया में क्या रिपोर्ट हुई थी. बैठक में इससे पहले, वरिष्ठ नेता झाला नाथ ख़ानल, माधवकुम्मा नेपाल और बामदेव गौतम ने भी कहा कि प्रधानमंत्री का यह कहना कि भारत उन्हें हटाने की कोशिश कर रहा था, गंभीर है.


तीनों ने मांग की कि प्रधानमंत्री ओली इस्तीफा दें. हाल ही में ओली और प्रचंड के बीच अविश्वास और कड़वाहट बढ़ती रही है. उन्होंने कहा, "एक अफवाह है कि उनके बीच एक विवाद था. अब यह विवाद व्यक्तिगत और कड़वाहट में बदल गया है."


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