इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ऐतिहासिक ईरान परमाणु समझौते से बाहर निकलने के फैसले पर अपनी औपचारिक प्रतिक्रिया में वॉशिंगटन से अंतर्राष्ट्रीय समझौतों का सम्मान करने की अपील की है.


पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने कहा, "पाकिस्तान को यकीन है कि संयुक्त समग्र कार्ययोजना (जेसीपीओए) जटिल मुद्दों को बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाने का बहुत ही अच्छा उदाहरण है."


प्रवक्ता ने जारी बयान में कहा, "पाकिस्तान को विश्वास है कि अंतर्राष्ट्रीय संधियां और समझौते बड़ी मशक्कत के बाद शुरू हुई बातचीत के बाद होते हैं और इस तरह के समझौतों को मनमाने ढंग से रद्द करना बातचीत और कूटनीति के मूल्यों में विश्वास को कमतर करता है."


आपको बता दें कि बीते मंगलवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने देश को ईरान परमाणु समझौते से बाहर कर लिया. ईरान के साथ ये समझौता पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में हुआ था. अपने चुनावी कैंपेन के दौरान ट्रंप ने इस समझौते की जमकर आलोचना की थी.


आपको बता दें कि अमेरिका के बाहर निकल जाने के बावजूद ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, रूस, जर्मनी और यूरोपियन यूनियन इस समझौते का हिस्सा हैं. इन तमाम देशों और संगठनों ने ईरान के साथ हुए इस समझौते को बरकरार रखने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई है.