Pakistan Crime News: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक नवविवाहित जोड़े की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. पुलिस ने कहा है कि घटना बुधवार (2 अगस्त) तड़के की है, जब अज्ञात संदिग्धों ने घर में घुसकर नवविवाहित जोड़े को गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. 


पुलिस इस घटना को सम्मान की खातिर की गई हत्या से जोड़ कर देख रही है. दरअसल, पुलिस का कहना है कि लाहौर से लगभग 60 किलोमीटर दूर बसे कसूर जिले के फूलनगर के रहने वाले जुल्फिकार ने कुछ हफ्ते पहले ही शगुफ्ता बीबी से शादी की थे, लेकिन इस शादी के लिए जुल्फिकार और शगुफ्ता बीबी का परिवार राजी नहीं था. ऐसे में दोनों ने परिवार की मर्जी के बिना शादी कर ली थी. 


पुलिस ने दी ये जानकारी 


पुलिस ने दावा किया है कि लड़की का परिवार उसकी पसंद के खिलाफ था. दरअसल शगुफ्ता के परिवार वाले चाहते थे कि उसकी शादी एक रिश्तेदार से हो, जिसे परिवारवालों ने तय कर रखा था, लेकिन कुछ हफ्ते पहले वह जुल्फिकार के साथ भाग गई, जिससे वह प्यार करती थी. घर से भागने के बाद परिवार को पता चला कि दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली है. 


पिता और भाइयों के खिलाफ FIR दर्ज


ऐसे में पुलिस ने शगुफ्ता के पिता और भाइयों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. साथ ही पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है. डॉन ने एक मानवाधिकार कार्यकर्ता का हवाला देते हुए अपनी रिपोर्ट में कहा है कि देश में हर साल सम्मान के नाम पर लगभग 1,000 महिलाओं की हत्या कर दी जाती है.


इस तरह की घटनाओं पर पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट


बता दें कि पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने पिछले दशक में सालाना औसतन 650 इसी तरह के मामलों की रिपोर्ट दी है, लेकिन ऐसे मामलों में अधिकांश की रिपोर्ट नहीं दर्ज की जातीं, इसलिए वास्तविक संख्या कहीं अधिक होने की संभावना है. 


ऐसी घटनाओं में के पीड़ितों के बारे में माना जाता है कि उन्होंने अपनी इच्छा के विरुद्ध शादी करके या संबंध बनाकर अपने परिवार को शर्मसार और बदनाम किया है. ऐसी हत्याओं के पीछे अक्सर परिवार के लोग ही होते हैं. 


ये भी पढ़ें: Indonesia Blasphemy: महिलाओं को पुरुषों के साथ प्रार्थना करने की अनुमति देना मौलवी को पड़ा महंगा, ईशनिंदा के तहत हुई गिरफ्तारी