Kuwait Indian Workers News: कोरोना महामारी से पूरी दुनिया में दहशत का माहौल है. इस बीच इस महामारी (Corona Pandemic) का असर रोजगार पर भी पड़ा है. कोरोना की मार के बीच दूसरे देशों में काम कर रहे भारतीय कामगारों (Indian Workers) को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. कुवैत (Kuwait) में काम कर रहे कई भारतीय बेरोजगार हुए हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 से पहले 9 महीनों के दौरान 1 लाख 68 हजार प्रवासी कामगारों को कुवैत छोड़ना पड़ा है. जानकारी के मुताबिक कुवैत छोड़ने वाले कामगारों में ज्यादातर संख्या भारतीय कामगारों की है. बताया जा रहा है कि जिन लोगों को काम से हटना पड़ा है उनमें प्राइवेट और सरकारी क्षेत्र में घरेलू कर्मचारी शामिल हैं.


कुवैत में भारतीय कामगारों को झटका


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक निजी और गर्वनमेंट क्षेत्र में 60 हजार 400 घरेलू कर्मचारी और करीब 1 लाख 7 हजार 900 प्रवासी मजदूर शामिल हैं. एक अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक कुवैत में कुल घरेलू वर्कर्स की संख्या में 9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. इसकी वजह बताई जा रही है कि लेबर मार्केट (Kuwait Labour Market) से 60 हजार 400 कामगार चले गए. साल 2021 के शुरुआती महीनों के दौरान कुवैत में टोटल कामगारों की संख्या 6 लाख 68 हजार से अधिक थी. वही सितंबर 2021 में कामगारों की संख्या घट गई और ये करीब 6 लाख 8 हजार के आसपास पहुंच गई.


48 हजार भारतीय कामगारों को कुवैत छोड़ना पड़ा


रिपोर्ट के मुताबिक करीब 48 हजार भारतीय कामगारों को कुवैत छोड़ना पड़ा है और वो बेरोजगार हो गए हैं. अब कुवैत में काम करने वाले भारतीयों की संख्या 4 लाख 51 हजार के आसपास पहुंच गई. जबकि इससे पहले ये संख्या करीब 4 लाख 99 हजार से अधिक थी. इसके अलावा कुवैत में काम कर रहे मिस्र, फिलीपीन्स, पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश के मजदूरों की संख्या में भी गिरावट दर्ज की गई है. बताया जा रहा है कि कुवैत नौकरियों में विदेशी कामगारों की जगह अपने नागरिकों को प्राथमिकता दे रहा है.


ये भी पढ़ें:


Hijab Row: कर्नाटक हिजाब विवाद पर Pakistan ने दी दखल, इस्लामाबाद में भारतीय राजनयिक को समन


Watch: यूपी में बारात से पहले सेहरा लगाकर वोट डालने पहुंचा दूल्हा, बोला- पहले मतदान फिर बहू, वीडियो हो रहा वायरल