डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति हैं. उनसे पहले 44 व्यक्ति इस पद को संभाल चुके हैं. इन 44 में चार राष्ट्रपति ऐसे हैं जिनकी हत्या पद पर रहते हुए की गई. अब्राहम लिंकन, जेम्स ए. गारफील्ड, विलियम मैककिनले  और जॉन एफ केनेडी की हत्या उनके राष्ट्रपति पद पर होते हुए की गई. इनमें केनेडी की हत्या अमेरिका के इतिहास के सबसे बड़े विवादास्पद मुद्दों में एक है. उनकी मौत से जुड़े कई सवाल आज भी अनसुलझे हैं.


22 नवंबर 1963 को अमेरिका के टेक्सास राज्य में केनेडी की हत्या कर दी गई थी. इनकी हत्या को लेकर समय-समय पर अलग-अलग दावे किए गए, लेकिन आज तक इस बात का साफ जवाब नहीं मिल सका कि उनकी हत्या किस वजह से की गई. यह भी कभी पता नहीं चल पाया कि केनेडी की हत्या किसी एक व्यक्ति ने की थी या उसके साथ कुछ और लोग भी शामिल थे.


जॉन एफ. केनेडी की हत्या को लेकर ली हार्वी ऑस्वाल्ड पर आरोप लगाया गया था. एफबीआई, वॉरेन कमीशन और हाउस सिलेक्ट कमेटी ऑन असैसिनेशन ने आधिकारिक तौर पर यह निष्कर्ष भी पेश किया था कि ऑस्वाल्ड ही हत्यारा था. लेकिन उस पर केस चलाया जाता और इस मामले से जुड़े कुछ और राज सामने आते है. ऑस्वाल्ड की हत्या केनेडी के कत्ल के दो दिन बाद 24 नवंबर 1963 को जैक रूबी नाम के शख्स ने कर दी.


केनेडी की हत्या को लेकर कुछ लोगों का मानना है कि इसके तार क्यूबा से जुड़े थे. ऐसा कहने वाले मानते हैं कि ली हार्वी ऑस्वाल्ड ने फिदेल कास्त्रो को खुश करने के लिए उनकी हत्या की थी. वहीं कुछ लोग कहते हैं कि केनेडी की हत्या रूस की खुफिया एजेंसी ने करवाई.


कौन थी वह अनजान महिला


केनेडी की हत्या एक अनजान महिला की वजह से और उलझ गई, जो कि मर्डर के समय वहां नज़र आई थी. इसे 'द बबुश्का लेडी'. कहते हैं. जब केनेडी को गोली लगी, तो उस समय महिला के हाथ में कैमरे की तरह दिखने वाला हथियार था. 'द बबुश्का लेडी' कौन थी यह कभी पता नहीं चल पाया. यह भी साफ नहीं हुआ कि उसके हाथ में कैमरा था हथियार.


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