Joe Biden : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने चाचा की मौत को लेकर बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान उनके चाचा की मौत गोली लगने से हुई थी, उन्हें नरभक्षियों ने खा लिया था, जिसकी वजह से अब तक उनके चाचा का शव नहीं मिला है. उनका दावा है कि अब तक जो भी चाचा की मौत के कारण बताए गए हैं, वे सब गलत हैं.


हालांकि, सरकारी रिकॉर्ड में उनके चाचा की मौत के अलग कारण बताए गए हैं. बाइडेन के इस कमेंट के बाद से फिर से अमेरिका में उनकी याद्दाश्त को लेकर चर्चा शुरू हो गई है, क्योंकि इससे पहले भी बाइडेन ने अपने बेटे की मौत को लेकर जो दावा किया था, वह सही नहीं निकला था. 


डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ थी यह टिप्पणी
दरअसल, जो बाइडेन बुधवार को पेंसिल्वेनिया में युद्ध स्मारक में दौरे पर गए थे, तभी उन्हें अपने चाचा एम्ब्रोस जे फिननेगन की याद आ गई. उन्होंने कहा, न्यू गिनी में चाचा को गोली मार दी गई थी. उनका शव कभी नहीं मिला, क्योंकि उनके चाचा को नरभक्षियों ने खा लिया था. बाइडेन की यह टिप्पणी उस समय आई, जब अमेरिका में इस साल चुनाव होने वाले हैं. बाइडेन भी राष्ट्रपति की रेस में हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी यह टिप्पणी डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ थी, क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि द्वितीय विश्वयुद्ध में मारे गए अमेरिकी सैनिक शहीद का दर्जा पाने के हकदार नहीं हैं, क्योंकि वे हारे हुए सैनिक थे। हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने बाइडेन के इन दावों को खारिज किया कि उन्होंने कभी ऐसा बयान नहीं दिया. 


सरकारी रिकॉर्ड में विमान डूबने का उल्लेख
सरकारी रिकॉर्ड में बाइडेन के चाचा फिननेगन को गोली मारे जाने का कहीं भी उल्लेख नहीं है. नरभक्षी के खाने की भी कोई जानकारी नहीं है. रिकॉर्ड के मुताबिक, उनके विमान को न्यू गिनी में समुद्र में डूबते हुए देखा गया था. इस हादसे में 3 लोग मारे गए थे, जिनका कभी पता नहीं चल सका. बाइडेन के इस दावे के बाद वाइट हाउस की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है. हालांकि, इसमें बाइडेन के दावों को सीधो तौर पर गलत नहीं कहा गया. वाइट हाउस के प्रवक्ता एंड्रयू बेट्स ने सिर्फ इतना कहा कि बाइडेन को अपने चाचा की सेवा पर गर्व है, उस समय उन्होंने अपनी जान गंवा दी, जब देश को उनकी जरूरत थी.


बेटे की मौत पर भी दिया था बयान
रिपोर्ट के अनुसार, बाइडेन ने अपने बेटे को लेकर कहा था कि इराक में डेलावेयर आर्मी नेशनल गार्ड में काम करते हुए उनका बेटा शहीद हुआ, जबकि उनके बेटे की 2015 में ब्रेन कैंसर से मौत हुई थी. बेटे ने सैन्य सेवा से घर लौटने के बाद ने दम तोड़ा था. इसमें भी कोई सच्चाई सामने नहीं आई थी.