Israel Hamas War: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के नेतृत्व में एक टीम ने गाजा पट्टी के सबसे बड़े अस्पताल शिफा में चिकित्सा सहायता पहुंचाई है. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेब्रेयसस ने रविवार को यह जानकारी दी. इसके साथ ही डब्ल्यूएचओ ने माना कि इजरायली बमबारी में गाजा स्थित अल-शिफा अस्पताल का आपातकालीन विभाग पूरी तरह तबाह हो गया है. ऐसे में इस मदद की सख्त जरुरत है. 


विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों की एक टीम आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति देने और प्राथमिकता वाली स्वास्थ्य आवश्यकताओं का आकलन करने के लिए आज अल-शिफा अस्पताल पहुंची थी. गौरतलब है कि अल-शिफा गाजा पट्टी के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक है. 


अस्पताल में खून खराबे की स्थिति 


डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा कि हजारों विस्थापित लोग आश्रय के लिए अस्पताल की इमारत और मैदान का उपयोग कर रहे हैं. पीने के पानी और भोजन की भारी कमी है. अस्पताल में रक्त चढ़ाने के लिए कोई रक्त नहीं है और रोगियों के निरंतर देखभाल के लिए शायद ही कोई कर्मचारी है. आपातकालीन विभाग में खून-खराबा की स्थिति है, जिसमें सैकड़ों घायल मरीज हैं, और हर मिनट नए मरीज़ आ रहे हैं.  उन्होंने बताया कि इस समय गाजा पट्टी में 36 में से केवल आठ अस्पताल ही आंशिक रूप से काम कर रहे हैं.


अस्पताल को सुदृढ़ किए जाने की जरुरत


 डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि गंभीर रोगियों को सर्जरी के लिए अल-अहली अरब अस्पताल में स्थानांतरित किया जा रहा है. जबकि ऑक्सीजन और आपूर्ति की कमी के कारण ऑपरेटिंग थिएटर काम नहीं कर रहे हैं. डब्ल्यूएचओ ने आगे माना कि फिलहाल इस अस्पताल नए तरीके से सुदृढ़ किए जाने की जरुरत है . डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वह बुनियादी सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए आने वाले हफ्तों में अल-शिफ़ा को सुदृढ़ करेगा. 


गौरतलब है कि बीते 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला कर दिया था, जिसमें लगभग 1,140 लोग मारे गए थे. इसके बाद इजरायली सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है, जिससे गाजा में अब तक 18,800 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं.


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