Israel Palestine Conflict: हमास की आर्म्ड फोर्स एजेदीन अल-कसम ब्रिगेड ने शनिवार (11 मई) को फिलिस्तीनी गुर्गों की ओर से गाजा में बंधक बनाए गए एक शख्स का वीडियो जारी किया. इस फुटेज में उसे जीवित देखा गया है. वीडियो फुटेज महज 11 सेकेंड की है, जिसमें ये शख्स बोलते हुए सुनाई पड़ता है, ‘वक्त बीत रहा है. तुम्हारी सरकार झूठ बोल रही है.’


न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, ये शख्स जो बोल बोल रहा है वो स्क्रीन पर देखकर बोल रहा है और इसमें हिब्रू और अरबी भाषा में लिखा हुआ है. ये वीडियो टेलीग्राम ग्रुप पर शेयर किया गया. वीडियो में ये भी पता चलता है कि बंधक को दवाब में डालकर बुलवाया गया है. वीडियो में जो बंधक है वो एक ब्रिटिश नागरिक है और उसकी आंख काली हो रखी है. वह दबाव में बोलता हुआ दिखाई दे रहा है. गाजा में बंदियों की एक महीने से भी कम समय में तीसरी बार वीडियो फुटेज जारी की गई है.


वीडियो में ब्रिटिश नागरिक होने का दावा


सफेद टी-शर्ट पहने हुए वह अपना परिचय दक्षिणी इजरायल के किबुत्ज निरिम के 51 वर्षीय पॉपलवेल के रूप में देता है. 7 अक्टूबर को हमास के हमले के दौरान पोपवेल को उनकी मां हन्ना पेरी के साथ उनके घर से अपहरण कर लिया गया था, जिन्हें नवंबर में एक सप्ताह के युद्धविराम के दौरान रिहा कर दिया गया था. 27 अप्रैल को हमास ने एक वीडियो जारी किया था जिसमें दो बंधकों कीथ सीगल और ओमरी मिरान को जीवित दिखाया गया.


बंधकों के परिवारों की आई प्रतिक्रिया


तीन दिन पहले एक और वीडियो जारी किया था जिसमें बंधक हर्श गोल्डबर्ग-पोलिन को जीवित दिखाया गया था. बाकी बचे बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए इजरायली सरकार पर बढ़ते घरेलू दबाव के बीच ये वीडियो आए हैं. परिवारों के ग्रुप ने शनिवार को अपने बयान में कहा, "हमास की ओर से बंधक बनाए गए लोगों से मिले जीवन के हर संकेत इजरायली सरकार और उसके नेताओं के लिए संकट की एक और चीख है."


7 अक्टूबर को जब हमास के गुर्गों ने दक्षिणी इजरायल पर हमला किया तो गाजा पट्टी से लगभग 250 लोगों का अपहरण कर लिया गया. इजरायली अधिकारियों का कहना है कि उनमें से 128 अभी भी फिलिस्तीनी इलाके में बंदी बनाए गए हैं, जिनमें 36 मर चुके हैं. आधिकारिक इजरायली आंकड़ों के आधार पर एएफपी टैली के अनुसार, हमले में 1,170 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर सिविलियन्स थे.


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