Iraq Military Base Attack: इराक की 'पॉपुलर मोबलाइजेशन फोर्स' (पीएमएफ) ने कहा है कि शुक्रवार (19 अप्रैल) रात इसके काल्सो मिलिट्री बेस के कमांड पोस्ट पर जबरदस्त धमाका हुआ है. बगदाद से काल्सो मिलिट्री बेस 50 किलोमीटर दूर है. सुरक्षा सूत्रों ने बताया है कि धमाके के पीछे की वजह एयरस्ट्राइक है. इस हमले में एक पीएमएफ फाइटर की मौत हुई है, जबकि छह जवान घायल हुए हैं, जिन्हें हिल्ला शहर के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. 


समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएमएफ ने एक बयान में बताया है, "धमाके की वजह से बेस पर मौजूद चीजों को नुकसान हुआ है. कुछ लोग घायल भी हुए हैं." इसने आगे कहा कि एक टीम मामले की जांच कर रही है. सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि एयरस्ट्राइक के पीछे कौन रहा है. अमेरिका के एक अधिकारी का कहना है कि इराक में किसी भी तरह की अमेरिकी सैन्य गतिविधि नहीं की गई है. 










इजरायल पर हमले का शक


इजरायल ने शुक्रवार (19 अप्रैल) को ईरान में हमला किया. उसका ये हमला ईरान के ड्रोन-मिसाइल अटैक के जवाब में आया, जिसे कुछ दिन पहले अंजाम दिया गया था. यही वजह है कि अब इराक में मिलिट्री बेस पर हुए हमले में भी इजरायल का हाथ होने की बात कही जा रही है. इराक ईरान के काफी करीब है. ऊपर से पीएमएफ की भी ईरानी सेना संग नजदीकियां हैं, जो इस बात की ओर इशारा कर रही हैं कि कहीं इजरायल ने संदेश देने के लिए अटैक तो नहीं किया. 


ईरान के करीब है पीएमएफ


पीएमएफ की शुरुआत 2014 में सैन्य लड़ाकों के अलग-अलग ग्रुप के तौर पर हुई थी, जिनमें से ज्यादातर ग्रुप ईरान के करीब थे. इराक के सैन्य अधिकारियों ने आगे चलकर इन्हें औपचारिक तौर पर सिक्योरिटी फोर्स के रूप में मान्यता दे दी. पीएमएफ ने इराक में इस्लामिक स्टेट से लड़ने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. पीएमएफ में शामिल ग्रुप्स ने इराक में अमेरिकी सेना पर कई महीनों तक रॉकेट और ड्रोन से हमले भी किए थे, लेकिन फरवरी से ही इन पर रोक लगी है. 


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