Iran President Died : ईरान के राष्ट्रपति की हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत को लेकर दुनियाभर में काफी चर्चा है. कुछ इसे साजिश के तहत हमला तो कुछ हादसा बता रहे हैं. पाकिस्तानी मीडिया में भी यही चर्चा है. इसको लेकर पाकिस्तान के यूट्यबर शोहेब चौधरी ने पब्लिक पब्लिक रिएक्शन जानने की कोशिश तो सभी ने इसे इजरायल और अमेरिका की तरफ से हमला बताया है. वहीं, भारत को लेकर भी कुछ बड़ी बातें कहीं.


'इंडिया का स्टैंड सही, न्यूट्रल रहना चाहिए'
चर्चा के दौरान जब जमशेद नाम के शख्स से पूछा गया कि ईरान के राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ. यह हादसा है या कुछ और तो उन्होंने कहा, यह हादसा नहीं है, यह प्री प्लान्ड अटैक है. इसमें एक बदमाश शामिल है, वो सारी दुनिया को पता है, उन्होंने अमेरिका का नाम लिया और कहा, इसमें अमेरिका का हाथ हो सकता है. इसमें अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए की प्लानिंग है.


अगर मौसाद या सीआईए की यह प्लानिंग है तो क्या दुनिया को यह मेसेज है? इस सवाल के जवाब में जमशेद ने कहा, हां, क्योंकि मुसलमान एक तरफ है और सारा कुफ्र एक तरफ. इनकी बात काटते हुए शौकत राणा ने कहा, ईरान की इस खबर के बाद पाकिस्तान का भरपूर एक्शन होना चाहिए, इसका पता लगाना चाहिए आखिर यह कैसे हुआ है.


अगर अमेरिका ने यह किया है तो पाकिस्तान को भी रिएक्शन देना चाहिए. वहीं, इजरायल, अमेरिका और रूस के साथ इंडिया के स्टैंड को लेकर पाकिस्तानियों ने कहा, इंडिया का इसी तरह न्यूट्रल रिएक्शन होना चाहिए. पीओके में पिछले दिनों हुई झड़प पर जमशेद ने कहा, इंडिया के लोगों ने ही वहां के वीडियो बनाकर इंटरनैशनल मीडिया में चलवाईं, इस वजह से पाकिस्तान सरकार को फंड देना पड़ा. जमशेद और शौकत राणा ने इस दौरान पाकिस्तान सरकार की आलोचना कर अपना दुखड़ा भी रोया. यूट्यूबर ने जब दोनों से सवाल किया कि अगर हेलीकॉप्टर क्रैश में अमेरिका की सीआईए या इजरायल के मौसाद का नाम आता है तो क्या करना चाहिए, इस पर दोनों ने कहा, सभी इस्लामिक देशों को इस पर एकजुट होना चाहिए और कार्रवाई करनी चाहिए.


अगर ऐसा हुआ तो वॉर की स्थिति हो जाएगी
पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई कर रहे मोहम्मद याशर से पूछा गया कि आपको क्या लगता है इसमें मौसाद या अमेरिका का हाथ है तो उन्होंने कहा, अभी तक तो ऐसा कुछ सामने नहीं आया है. अगर ऐसा होता है तो स्थिति काफी गंभीर हो जाएगी. वर्ल्ड वार जैसी सिचुएशन पैदा हो जाएगी. उन्होंने पूछा अभी इब्राहिम रईसी पाकिस्तान में कई सौगातें देकर गए थे. कुछ निवेश की बातें भी हुई थीं, अगर अमेरिका दबाव बनाता है तो क्या पाकिस्तान इन योजनाओं को बंद कर देगा. इस पर याशर ने कहा, ईरान पाकिस्तान का बहुत पुराना दोस्त है, सरकार को इस पर जरूर रिएक्शन देना चाहिए.


'यह हादसा नहीं, अटैक है'
वहीं, सय्यद जाहिद हुसैन, रिजवान और सय्यद अली ने भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, यह हादसा नहीं इजरायल का अटैक है. इसमें अमेरिका का भी हाथ है. दोनों ने ही साजिश के तहत यह हमला कराया होगा. पाकिस्तान सरकार को इस पर रिएक्शन देना चाहिए, क्योंकि ईरान ही एक इस्लामिक देश था, जिससे पाकिस्तान के पुराने संबंध है. इसको लेकर पाकिस्तान में प्रोटेस्ट भी करना चाहिए.