India Economy: दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत बस कुछ महीनों में ही जापान को ओवरटेक करके चौथे नंबर पर आ जाएगा. कोरोना महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध ने दुनियाभर की अर्थव्यवस्था को बहुत प्रभावित किया, लेकिन भारत बहुत तेजी से इससे उबर गया और उसी का नजीता है कि अब वह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund, IMF) ने भविष्यवाणी की है कि भारत साल 2025 में जापान को पीछे छोड़कर नंबर चार पर आ जाएगा. हालांकि, पिछले साल अक्टूबर में आईएमएफ ने अनुमान लगाया था कि भारत को चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में दो साल का समय लगेगा, यानी 2026 तक वह जापान से आगे निकल पाएगा.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाए और और अगर भारत जापान से आगे निकल जाता है तो इस दिशा में यह बड़ी सफलता होगी. आईएमएफ का अनुमान है कि 2025 तक भारत की अर्थव्यवस्था 4.3 ट्रिलियन डॉलर से भी ज्यादा हो जाएगी.  


आईएमएफ ने अनुमानित जीडीपी को रिवाइज कर नई लिस्ट तैयार की है. आईएमएफ ने जापान और भारत की लोकल करंसी के संदर्भ में अनुमानित जीडीपी को संशोधित किया है. उसका अनुमान है कि जापान की स्थानीय करंसी येन की वैल्यू में अमेरिकी डॉलर की तुलना में गिरावट आ रही है, जिसका असर उसकी इकोनॉमी पर पड़ेगा और इसलिए जापान की रैंकिंग नीचे गिरने का अनुमान है.


2025 में कितनी हो जाएगी भारत की इकोनॉमी?
पिछली लिस्ट में भारत 3.7 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के साथ दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था, लेकिन साल 2023 के आखिर में ही भारत का ग्रॉस डॉमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP) 4 ट्रिलियन डॉलर को क्रॉस कर गया था.


जीडीपी लाइव के आंकड़ों के अनुसार 7.8 फीसदी  की ग्रोथ के साथ 18 नवंबर की रात को ही भारत की अर्थव्यवस्था 4 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गई थी. अब आईएमएफ ने अनुमान लगाया है कि भारत का नॉमिनल ग्रॉस डॉमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP) 2025 तक 4.3398 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा, जबकि जापान की जीडीपी 4.3103 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगी. 


कब तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा भारत?
भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार होने में तीन साल लगेंगे. ऐसा आईएमएफ का अनुमान है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भविष्यवाणी की है कि भारत साल 2027 में जर्मनी को ओवरटेक कर लेगा और टॉप थर्ड इकोनॉमी बन जाएगा.


कोरोना महामारी ने किया इकोनॉमी को प्रभावित
2020 और 2021 में दुनियाभर के देशों को कोरोना महामारी की वजह से आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ा. भारत भी इससे अछूता नहीं रहा, लेकिन भारत ने जल्द ही इस पर काबू पा लिया. भारतीय रिजर्व बैंक को लगता है कि वित्तीय वर्ष 2024 में भारत की जीडीपी में 7 फीसदी की बढ़ोतरी होगी. साल 2022 में घरेलू ऑटोमोबाइल सेल में जापान को पछाड़कर अमेरिका और चीन के बाद भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मार्केट बन गया.


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