भारत ने सोमवार को यूक्रेन और रूस के बीच शत्रुता पर विराम के लिए दोनों देशों के बीच सीधे संपर्क एवं वार्ता का आह्वान किया तथा कहा कि वह इन दोनों देशों के संपर्क में रहा है और बना रहेगा. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी उपप्रतिनिधि आर रवींद्र ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून, राज्यों (देशों) की संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने पर जोर देता रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘भारत लगातार यूक्रेन में सभी शत्रुताएं तत्काल खत्म करने का आह्वान करता रहा है. हमारे प्रधानमंत्री ने तत्काल संघर्षविराम का बार-बार आह्वान किया है तथा वार्ता एवं कूटनीति के सिवा और कोई अन्य मार्ग नहीं है.’’ 


'ऑर्गनाइजेशन फोर सिक्युरिटी एंड कोपरेशन इन यूरोप' के कार्यालय अध्यक्ष एवं पोलैंड के विदेश मंत्री ज्बीगन्यू राउ की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ब्रीफिंग में अपनी बात रखते हुए रवींद्र ने कहा कि भारत शत्रुता पर विराम के लिए सीधे संपर्क एवं वार्ता का आह्वान करता है. उन्होंने कहा, ‘‘भारत रूसी संघ एवं यूक्रेन दोनों के ही संपर्क में है और वह इसमें लगा रहेगा. हम संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून, राज्यों (देशों) की संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने पर जोर देते रहे हैं.’’


यू्क्रेन में हताहतों की बढ़ती संख्या एवं मानवीय स्थिति पर चिंता प्रकट करते हुए रवींद्र ने कहा कि भारत ने यूक्रेन के संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों से अपने नागरिकों को निकालने के लिए तत्काल कदम उठाये. उन्होंने कहा, ‘‘अबतक करीब 22,500 भारतीय सुरक्षित स्वदेश पहुंच चुके हैं. हम इस निकासी अभियान में सहयोग के लिए अपने साझेदारों के प्रति आभारी हैं.’’


उन्होंने भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से निकलवाने में सहयोग देने के लिए पोलैंड के विदेश मंत्री को धन्यवाद दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एवं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से फोन पर कई बार बात की है और हिंसा पर तत्काल विराम तथा राजनयिक वार्ता की राह पर लौटने के लिए सभी पक्षों की ओर से संगठित प्रयास करने का आह्वन किया है.


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