Inca Culture: दक्षिण अमेरिका में आज से 500 साल पहले इंका साम्राज्य का राज हुआ करता था. उस दौर में एक लड़की की बलि देकर उसे एंडीज पर्वतों में एक निष्क्रिय ज्वालामुखी के पास दफना दिया गया. इस लड़की के जमे हुए अवशेषों को 1995 में वैज्ञानिकों के जरिए खोजा गया. अब वैज्ञानिकों ने इस लड़की के चेहरे को दुनिया के सामने पेश किया है. ऐसा 3डी के जरिए किया गया है. एक तरह से वैज्ञानिकों ने इस लड़की में एक नई जान फूंक दी है. 


जब से इस लड़की के अवशेषों को खोजा गया, जब से ही इसे आइस मेडेन, जुआनिटा और लेडी ऑफ एम्पाटो का नाम दिया जाने लगा. बर्फ में दबी मिली इस लड़की को लेकर बहुत कम जानकारी थी. मगर अब स्वीडिश कलाकार ऑस्कर निल्सन और वारसॉ यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर एंडियन स्टडीज और सांता मारिया के कैथोलिक यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स की एक टीम ने जुआनिटा के चेहरे का 3डी रिकंस्ट्रक्शन किया है, यानी कि उसका चेहरा बनाया गया है. 


जुआनिटा के राज के हटा पर्दा


सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, पेरू में एंडियन सैंक्चुअरी संग्रहालय में एक प्रदर्शनी लगाई गई. इसमें ही जुआनिटा के चेहरे को दुनिया के सामने पेश किया गया. इस प्रदर्शनी में जुआनिटा और उसकी जिंदगी को लेकर तमाम तरह के राजों से पर्दा हटाया गया. बताया गया कि किस तरह से इस युवा लड़की की बलि दे दी गई थी. यहां वैज्ञानिकों ने ये भी बताया कि पेरू के एंडीज पर्वत की चोटियों पर कई सारी ममी बरामद हुई हैं, जिन्हें रिकवर किया जा रहा है. 


क्यों दी गई थी जुआनिटा की बलि?


दरअसल, सन 1200 से लेकर 1533 तक दक्षिण अमेरिका में इंका साम्राज्य का राज हुआ करता था. उनका साम्राज्य पेरू और चिली तक फैला हुआ था. इस साम्राज्य का सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक प्रतिष्ठान कैपाकोचा था, जिसमें इंसान की बलि दी जाती थी. इस प्रतिष्ठान को इसलिए किया जाता था, ताकि देवी-देवताओं को खुश किया जा सके. वैज्ञानिकों के मुताबिक, जुआनिटा की बलि देवी-देवताओं को खुश करने के लिए ही दी गई थी, ताकि प्राकृतिक आपदाओं से साम्राज्य बचा रहे.


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