Imran Khan: भारत में जहां ईवीएम से चुनाव करवाने पर सवाल उठते रहते हैं, वहीं पाकिस्तान में इसके जरिए चुनाव की मांग उठी है. इस मांग को उठाने वाला और कोई नहीं, बल्कि जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान हैं. उन्होंने कहा है कि अगर पाकिस्तानी चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें (ईवीएम) होतीं, तो धांधली के सभी मुद्दे एक घंटे में हल हो गए. इमरान खान ने पाकिस्तान में हाल ही में संपन्न हुए चुनाव में धांधली के आरोप लगाए गए थे. 


डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान ने आदियाला जेल में पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान ईवीएम का जिक्र किया. पीटीआई की सोशल मीडिया टीम ने भी इमरान की तस्वीर के साथ उनके बयान एक्स पर पोस्ट किया है, जिसमें कहा गया है, 'पत्रकारों के साथ बातचीत में इमरान ने कहा, अगर आज इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन रही होती, तो धांधली की समस्याओं को एक घंटे के भीतर सुलझा लिया गया होता.'






इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग सिस्टम लाने के प्लान पर फेरा गया पानी


इमरान खान फिलहाल अल-कादिर ट्रस्ट मामले में जेल में बंद हैं. इस केस में इमरान की पत्नी बुशरा बीबी और उनके सहयोगी भी दोषी पाए गए हैं. इमरान के मुताबिक, पाकिस्तान के चुनाव आयोग, कुछ राजनीतिक दलों और सेना ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग सिस्टम लाने के प्लान पर पानी फेर दिया था. पत्रकारों से बात करते हुए, इमरान ने उन अधिकारियों के खिलाफ देशद्रोह की कार्यवाही की मांग की, जिन्होंने आम चुनावों में लोगों के जनादेश के साथ कथित तौर पर खिलवाड़ किया.


आईएमएफ के बाहर पाकिस्तानियों का प्रदर्शन 


पूर्व प्रधानमंत्री ने दावा किया कि उनके पार्टी को 3 करोड़ लोगों ने वोट दिया, जबकि बाकी के 17 दलों को मिलाकर इतने वोट मिले. उन्होंने कहा कि पीटीआई ने चुनावों में अनियमितताओं को आईएमएफ के समक्ष उठाया और गैर-सरकारी संगठनों ने भी चुनावी प्रक्रिया में खामियां बताईं. वहीं, अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के दफ्तर के बाहर पाकिस्तानियों ने प्रदर्शन किया है. इमरान ने भले ही इस प्रदर्शन को समर्थन दिया है, लेकिन सेना को लेकर वहां हुई नारेबाजी से उन्होंने खुद को दूर रखा है.  


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