Imran Khan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अब उनके पाकिस्तान छोड़ने पर रोक लगा दी गई है. पीटीआई चीफ के साथ उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के 80 सदस्यों को नो फ्लाई लिस्ट में शामिल किया गया है. इमरान की पत्नी बुशरा बीबी के भी देश छोड़कर बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है. 


गौरतलब है कि कुछ दिन पहले शहबाज सरकार ने यह इमरान खान को दो जगह का आफर दिया था कि वे चाहें तो दुबई या लंदन दो जगह जा सकते हैं लेकिन अब इमरान खान को देश से बाहर जाने की अनुमति नहीं है. इमरान खान के साथ उनकी पार्टी पीटीआई के 80 मेंबर्स पर भी यह सख्ती बरती गई है. 


इमरान खान का आरोप 


इस बीच इमरान खान लगातार शहबाज सरकार पर पीटीआई को कुचलने का आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, "वरिष्ठ नेतृत्व सहित 10,000 से अधिक पीटीआई कार्यकर्ता और समर्थक जेल में है. हिरासत में लिए गए पीटीआई कार्यकर्ताओं के साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है." इससे पहले इमरान खान ने कई प्रांतों में आर्टिकल 245 लगाए जाने के सरकार के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करते हुए इसे अघोषित मार्शल लॉ बताया है. इसके साथ ही उन्होंने नौ मई को हुई हिंसा की जांच करने के लिए आयोग गठित करने की भी मांग की है.


'जांच के बहाने PTI पर कार्रवाई' 


इमरान खान ने कहा है कि 9 मई को आगजनी के जांच के बहाने पार्टी को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है. सरकार लोकतंत्र को ख़त्म कर लोगों के मन में डर पैदा करना चाहती है लेकिन हमें गुलाम बनाने का यह प्रयास विफल हो जाएगा. उन्होंने दावा किया कि हमारे पास राजनीतिक रूप से जागरूक युवा हैं जो सभी साजिशों को सोशल मीडिया पर बेनकाब कर रहे हैं. 


नौ मई को हुई थी हिंसा 


गौरतलब है कि इमरान खान को अल कादिर ट्रस्ट मामले में नौ मई को गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद देश भर में आगजनी और तोड़फोड़ हुआ. प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के सैन्य प्रतिष्ठानों को भी नहीं बख्शा. नौ मई की हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पहले ही साफ़ कर चुके हैं कि हिंसा में शामिल दोषियों का बख्शा नहीं जाएगा.


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