Hajj Yatra 2024 : हज के मनासिक (अनुष्ठान) शुरू हो गई है. इसके लिए तीर्थयात्रियों का आना शुरू हो गया है. ऐसे में उनके साथ कोई धोखाधड़ी न हो, इसके लिए सुरक्षा विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. पब्लिक सिक्योरिटी डायरेक्टर जनरल ने वहां के स्थानीय लोगों और हज यात्रियों को चेतावनी नोटिस भी जारी किया है, जिसमें उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल भ्रामक विज्ञापनों पर ध्यान नहीं देने की सलाह दी है. निदेशालय ने चेतावनी दी है कि इन धोखाधड़ी से संबंधित गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले व्यक्ति पर जुर्माना लगाया जाएगा.


सुरक्षा महानिदेशालय ने नागरिकों और निवासियों को फर्जी हज संबंधी सोशल मीडिया विज्ञापनों से बचने को कहा है. निदेशालय का मानना है कि ये भ्रामक विज्ञापन हज से संबंधित झूठी सेवाएं देते हैं. इसमें हज करने, बलि चढ़ाने, हज ब्रसलेट और ट्रांसपोर्ट की सेवा देने की बात कही जाती है, ये सभी अज्ञात व्यक्तियों का जाल होता है, इसलिए केवल अधिकृत संस्थानों की ही सेवा लें. निदेशालय ने नागरिकों और निवासियों से हज नियमों और दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करने का आग्रह किया.


14 जून से शुरू होगी यात्रा!
बता दें कि हज के लिए वीजा जारी करना 1 मार्च से शुरू हुआ और 29 अप्रैल को बंद हुआ. 283 तीर्थयात्रियों की पहली उड़ान गुरुवार सुबह 9 मई को हैदराबाद से पहुंची है. हज 14 जून से शुरू होने की उम्मीद है. सऊदी अरब चंद्रमा देखने वाली समिति ने आधिकारिक घोषणा होने तक तारीख में बदलाव कर सकती है. 2023 में  मक्का की पवित्र तीर्थयात्रा में 1.8 मिलियन से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए, जो कि COVID-19 महामारी के बाद से सबसे बड़ी संख्या है.


प्रशासन की भी लेनी होगी परमिशन


वहीं, सऊदी अरब प्रशासन ने एक नया नियम लागू किया है. नए नियम के मुताबिक, सऊदी अरब से मक्का जाने वाले लोगों को अब संबंधित अथॉरिटी से परमिशन लेनी होगी. पब्लिक सिक्यॉरिटी जनरल डायरेक्टर के मुताबिक, ये नियम 4 मई से ही लागू हो गए. अब मक्का में प्रवेश के इच्छुक किसी भी निवासी को परमिट की आवश्यकता होगी. सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार, नए नियमों का उद्देश्य हज प्रक्रिया को आसान करना और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. मक्का में रहने वालों के पास आईडी कार्ड, जो वहां पवित्र स्थलों में काम करते हैं उनके पास वैध पास होना चाहिए. वैध परमिट नहीं होने वाले लोगों को सुरक्षाकर्मी प्रवेश नहीं करने देंगे. बिना परमिट वालों को चौकियों से लौटा दिया जाएगा.