Corona Cases in Antarctica: गुरुवार को एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर के शुरुआत के बाद से पहली बार यह वायरस अंटार्कटिका में अर्जेंटीना के एक रिसर्च सेंटर तक पहुंच गया है. दरअसल अर्जेंटीना के एक रिसर्च सेंटर में गुरुवार को 9 स्टाफ पॉजिटिव पाए गए. संक्रमित हुए इन स्टाफों ने वैक्सीन नहीं लगवाई थी. 


अंटार्कटिक के राष्ट्रीय निदेशालय के पेट्रीसिया ओर्टुज़र ने एएफपी को बताया कि अर्जेंटीना के ला एस्पेरांज़ा बेस में रहने वाले 43 वैज्ञानिकों और सैन्य कर्मियों में से चौबीस संक्रमित हो गए हैं. इनमें से नौ, जिनमें कोई लक्षण नहीं हैं, को एहतियात के तौर पर हेलीकॉप्टर से ब्यूनस आयर्स ले जाया गया. अधिकारियों ने बताया कि वे 2021 में अर्जेंटीना के टीकाकरण अभियान की शुरुआत से पहले से अंटार्कटिका में थे, और राजधानी की यात्रा पर जाने वाले थे. हालांकि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए उन्होंने फैसला किया था कि वो टीकाकरण के बाद ही राजधानी जाएंगे. 


बता दें कि इससे पहले इस बर्फीले महाद्वीप में दिसंबर के साल 2020 में संक्रमितों का मामला सामने आया था. उस वक्त अंटार्कटिका में चिली के एक अनुसंधान केंद्र में 36 लोग नोवल कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं. अंटार्कटिका में वायरस की उपस्थिति का यह पहला मामला था. राहत की बात ये है कि राष्ट्रीय निदेशालय के पेट्रीसिया ओर्टुज़र ने कहा है कि फिलहाल हालात काबू में है. उन्होंने बताया कि अन्य 15 कोरोनावायरस-पॉजिटिव स्टाफ को बाकी टीम के साथ बेस पर रखा गया है. उन सभी स्टाफों का टीकाकरण किया जाएगा. 


पांचवां सबसे बड़ा महाद्वीप


बता दें कि अंटार्कटिका भारत सहित कई देशों द्वारा स्थापित लगभग 60 स्थायी स्टेशनों को छोड़कर निर्जन है. अंटार्कटिका पृथ्वी का सबसे दक्षिणतम महाद्वीप है. इसमें भौगोलिक रूप से दक्षिणी ध्रुव शामिल है और यह दक्षिणी गोलार्द्ध के अंटार्कटिक क्षेत्र में स्थित है. 14,0 लाख वर्ग किलोमीटर (5,4 लाख वर्ग मील) में विस्तृत यह विश्व का पांचवां सबसे बड़ा महाद्वीप है.


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