Cholera Outbreak In Zimbabwe: जिम्बाब्वे हैजा की चपेट में है. इस बीमारी से देश भर में 100 से अधिक लोगों की मौतों की आशंका व्यक्त की गई है. जिम्बाब्वे के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसको लेकर अलर्ट भी जारी किया है. साथ ही कहा है कि साल 2018 के बाद पहली बार ऐसी स्थिति आई है, जो बेहद ही चिंताजनक है. 


स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, देश में कुल 4,609 हैजा के संदिग्ध मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 935 की पुष्टि हो चुकी है. इस गंभीर बीमारी से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है. इससे पहले जून में जिम्बाब्वे के पड़ोसी देश दक्षिण अफ्रीका को डायरिया का प्रकोप झेलना पड़ा था. गौरतलब है कि जिम्बाब्वे में 2008 और 2009 में हैजा के प्रकोप के दौरान 4,000 से अधिक लोग मारे गए थे. 


स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, दूषित पानी की वजह से हैजा तेजी से देश भर में फैला है. जलजनित बीमारी के कारण, जिन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनमें ज्यादातर के लक्षण सामान हैं.  अधिकांश मरीज गंभीर दस्त और उल्टी से जूझ रहे हैं. ऐसे में सरकार ने लोगों से ग्रामीण इलाकों में स्वच्छ पानी और स्वास्थ्य सेवाओं को मुहैया कराने में सहयोग देने की अपील की है. 


कैसे फैलती है यह बीमारी?
कॉलरा या हैजा का बैक्टीरिया गंदे पानी पर रहता है. यह कुछ सीफूड, कच्चे फल, सब्जियां और कुछ अनाजों में भी पाया जाता है. इन चीजों के माध्यम से यह बैक्टीरिया इंसान के शरीर में प्रवेश करता है और आंत में पहुंचकर इंसान को संक्रमित कर देता है.


हैजा के लक्षण
आंत में वृद्धि करते ही बैक्टीरिया संक्रमित मरीज में डायरिया फैला देता है. यह अचानक होता है. इसके बाद मरीज को उल्टी और मतली होने लगती है और एक घंटे के बाद ही दस्त शुरू हो जाते हैं, जिससे शरीर से पानी निकलने लगता है. साथ ही इसमें एक घंटे के अंदर डिहाइड्रेशन शुरू हो जाता है. हैजा बहुत ही जल्द संक्रमित मरीज का वजन 10 प्रतिशत तक कम हो जाता है.


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