दुनिया की मुद्राओं की बात होती है तो अकसर अमेरिकी डॉलर या यूरो का ज़िक्र आता है, लेकिन एक ऐसी करेंसी भी है जिसका एक नोट भारत में लगभग सात लाख रुपये का पड़ता है. यह नोट ब्रुनेई का 10,000 ब्रुनेई डॉलर वाला उच्च मूल्यवर्ग का नोट है, जिसकी भारतीय कीमत लगभग 6.8 लाख रुपये बैठती है. रकम इतनी बड़ी है कि इसे देखकर कोई भी चौंक जाए. बता दें कि वाइस डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक 1 ब्रुनेई डॉलर की कीमत भारतीय रुपये में 69.61 रुपया है.

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ब्रुनेई दक्षिण–पूर्व एशिया का बेहद छोटा, लेकिन अत्यंत संपन्न देश है. उसकी संपन्नता का मुख्य आधार उसका तेल और प्राकृतिक गैस का अपार भंडार है. देश की जनसंख्या लगभग 5 लाख के आसपास है, इसलिए जो कमाई होती है वह सीधे नागरिकों के जीवन स्तर में दिखाई देती है. यही कारण है कि उसकी मुद्रा की मजबूती भी दुनिया में मिसाल में गिनी जाती है.

10,000 ब्रुनेई डॉलर—दुनिया के सबसे महंगे नोटों में एक

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ब्रुनेई के इस विशेष मूल्यवर्ग का नोट दुनिया की उन गिनी–चुनी मुद्राओं में आता है, जिनकी एक इकाई इतनी ऊंची कीमत रखती है. 10,000 ब्रुनेई डॉलर को अगर अमेरिकी डॉलर में बदलें तो इसकी वैल्यू लगभग 7,770 USD बनती है. ब्रुनेई इसे सीमित मात्रा में छापता है और इसकी सुरक्षा सुविधाएं भी अत्याधुनिक मानी जाती हैं, इसलिए यह नोट बेहद प्रतिष्ठित माना जाता है.

ब्रुनेई डॉलर और सिंगापुर डॉलर की बराबर कीमत

ब्रुनेई और सिंगापुर के बीच 1967 में एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ था, जिसके तहत दोनों देशों की मुद्राओं का मूल्य समान रखा गया. आज भी ब्रुनेई डॉलर और सिंगापुर डॉलर बराबर दर पर चलते हैं और दोनों देश एक–दूसरे की करेंसी को स्वीकार करते हैं. यह व्यवस्था ब्रुनेई मुद्रा को और अधिक भरोसेमंद बनाती है.

ब्रुनेई की आर्थिक नींव इतनी मजबूत क्यों?

देश की आर्थिक ताकत उसके तेल और गैस निर्यात से आती है. सरकार के पास विशाल कैश रिजर्व मौजूद हैं और देश का कर्ज़ दुनिया में सबसे कम माना जाता है—GDP के मुकाबले मात्र 1.9 प्रतिशत. आबादी कम होने और संसाधन अधिक होने के कारण ब्रुनेई की प्रति व्यक्ति आय एशिया में सबसे ऊपर रहती है. यही वजह है कि उसकी करेंसी दुनिया की सबसे मजबूत और स्थिर मुद्राओं में गिनी जाती है.

छोटा देश लेकिन सबसे मजबूत करेंसी

ब्रुनेई ने अपनी प्राकृतिक संपदा और सुव्यवस्थित आर्थिक नीति के दम पर वह प्रतिष्ठा हासिल की है जिसे कई बड़े देश भी नहीं छू पाए. उसका 10,000 डॉलर वाला नोट सिर्फ कागज का टुकड़ा नहीं, बल्कि उसकी आर्थिक शक्ति का प्रतीक है.

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