Bridget Brink US Ambassador To Ukraine: अमेरिकी संसद ने बुधवार देर रात ब्रिजेट ब्रिंक को यूक्रेन में अमेरिकी राजदूत नियुक्त किए जाने की पुष्टि कर दी है. अमेरिका ने अपने राजनयिकों को फिर से कीव भेजने की योजना बनाई है जिन्हें यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई के बीच वापस बुला लिया गया था. पूर्व सोवियत संघ के साये में अपने करियर का बड़ा समय व्यतीत करने वालीं, विदेश सेवा की वयोवृद्ध अधिकारी को पिछले महीने राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस पद के लिए नामित किया था.


औपचारिक मतदान के बिना ससंद में सर्वसम्मति से उनके नाम की पुष्टि की गई. तीन महीने पहले यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई युद्ध शुरू होने पर अमेरिकी राजदूत कीव से वापस लौट आए थे. अमेरिका ने बुधवार से दूतावास को फिर से खोल दिया है. पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा 2019 में तत्कालीन राजदूत मैरी योवानोविच को अचानक हटाए जाने के बाद से यूक्रेन में अमेरिकी राजदूत का पद खाली है. हालांकि ब्रिंक स्लोवाकिया में राजदूत रह चुकी हैं.


सुरंगों में यूक्रेन के लगभग दो हजार सैनिक मौजूद हैं


दरअसल रूस के हालिया आकलन के मुताबिक, अजोवस्तल स्टील प्लांट की सुरंगों में यूक्रेन के लगभग दो हजार सैनिक मौजूद हैं और वे बार-बार समर्पण से इनकार कर रहे हैं. हाल के दिनों में लड़ाई के भीषण होने से उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता उत्पन्न हो रही है. इस बीच स्थायी सदस्य रूस समेत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को अध्यक्षीय बयान को अंगीकार किया जिसमें “यूक्रेन में शांति और सुरक्षा को कायम रखने के संदर्भ में गहरी चिंता व्यक्त की गई है.” रूसी हमले के दो महीने बाद यह युद्ध पर पहला सर्व सम्मत बयान है.


फिलहाल अमेरिका की मासिक अध्यक्षता में 15 राष्ट्रों वाली संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से संक्षिप्त अध्यक्षीय बयान पारित किया. बयान में परिषद ने “यूक्रेन में शांति और सुरक्षा कायम रखने के संदर्भ में गहरी चिंता व्यक्त की.”


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