Bangladesh Election 2023: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने रविवार को हुए आम चुनाव में लगभग 75 प्रतिशत सीटें जीतकर लगातार चौथी बार सत्ता में वापसी की है. चुनाव में पिछली बार की तुलना में कम नागरिकों ने भाग लिया. पिछले चुनाव में करीब 80 फीसदी मतदाताओं ने चुनाव में भाग लिया था. इस बार देश की मुख्य विपक्षी दल ने चुनाव का बहिष्कार किया था.


विपक्षी दलों का कहना था कि बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के रहते हुए निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव होना नामुमकिन है इसलिए उन्होंने चुनाव का बहिष्कार कर दिया और एक ऐसी अंतरिम सरकार की मांग की जो अपनी देखरेख में चुनाव कर सके. 


पश्चिम देशों का रुख


बांग्लादेश की विपक्षी पार्टियों और पश्चिम मुल्कों का रुख एक जैसा है. अमेरिकी विदेश विभाग ने सोमवार को कहा कि अमेरिका मानता है बांग्लादेश में हुए चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं थे. अमेरिकी सरकार मतदान में कथित अनियमितताओं की रिपोर्टों से चिंतित था. अमेरिका ने चुनाव के दौरान हिंसा की निंदा भी की थी. वहीं ब्रिटेन ने कहा कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के पांचवीं बार सत्ता में लौटने वाले चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के मानकों को पूरा नहीं करते हैं.


पश्चिम का मीडिया क्या कह रहा?


ब्रितानी अखबार द गार्जियन ने बांग्लादेश चुनाव को दिखावटी चुनाव बताया है. अखबार लिखता है, बांग्लादेश में विपक्षी दलों ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया इस वजह से ही मतदान 40 प्रतिशत कम हुई. बांग्लादेश चुनाव को दिखावटी चुनाव कहा जा सकता है. द गार्जियन ने अपनी रिपोर्ट में बीएनपी के नेताओं के जेल में होने की बात को तरजीह दी है.


अमेरिकी न्यूज़ चैनल सीएनएन ने बताया कि बांग्लादेश की शेख हसीना लगातार चौथी बार सत्ता में आ रही है. देश में विपक्ष को दरकिनार कर कर के चुनाव कराए गए. देश आर्थिक समस्याओं से भी घिरा हुआ है, जिसे पिछले साल अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से लगभग 5 बिलियन डॉलर के कर्ज की दरकार थी.


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