Australia Crime News: 'वाइफी, 'ऑब्जेक्ट' और 'अनरेपेबल'...ये वे शब्द है, जिन्हें एक स्कूल में कुछ छात्रों की ओर से उनकी क्लासमेट्स के लिए इस्तेमाल किया गया है. आरोपी लड़के साथ पढ़ने वाली लड़कियों को इसी तरह की भद्दी रेटिंग देकर उनका मजाक बनाया करते थे. इस बात का भंडाफोड़ तब हुआ, जब उनकी इस रेटिंग से जुड़ी एक लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हुई. सूची के सामने आने के बाद स्कूल के टीचर्स से लेकर प्रिंसिपल तक सब दंग रह गए. उन्होंने इसे बेहद गंभीर मामला बताया है.


यह पूरा मामला ऑस्ट्रेलिया में मेलबर्न के एक प्राइवेट स्कूल का है. 'न्यूज डॉट कॉम डॉट एयू' की रिपोर्ट में बताया गया कि यार्रा वैली ग्रामर स्कूल (Yarra Valley Grammar School) के कुछ स्टूडेंट्स ने एक लिस्ट तैयार की थी, जिसमें साथ पढ़ने वाली छात्राओं के लिए रेटिंग दी गई थी. रेटिंग के लिए उन्होंने कुछ भद्दे और अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था.


लिस्ट में लड़कियों के फोटो के साथ दिए गए थे ऐसे टैग्स और रैंक


लिस्ट में छात्राओं की तस्वीरों को उनकी रैंक के हिसाब से दिखाया गया था और उसी हिसाब से उन फोटोज के साथ उनके लिए रेटिंग वाले शब्द का इस्तेमाल किया गया था. सूची में किसी क्लासमेट को 'वाइफी' (पत्नी के लिए इन्फॉर्मल शब्द) बताया गया तो किसी छात्रा के लिए 'क्यूटी' (प्यारी या आकर्षक पर्सनैलिटी वाली लड़की) टैग यूज किया गया. लिस्ट में इनके अलावा 'मिड', 'ऑब्जेक्ट', 'गेट आउट' और 'अनरेपेबल' (जिसका बलात्कार न किया जा सके) शब्द भी थे. 


Discord पर वायरल हुई थी लिस्ट, प्रिंसिपल बोलीं- यह शर्मनाक


शरारती लड़कों की ओर से छात्राओं की रेटिंग वाली इस लिस्ट को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म डिस्कॉर्ड (Discord) पर शेयर किया गया, जिसके बाद बुधवार (एक मई, 2024) को स्कूल को इस बारे में जानकारी हुई. शुक्रवार को चार छात्रों को इस मामले में निलंबित कर दिया गया है, जबकि स्कूल की ओर से स्टूटेंड्स की इस हरकत को 'शर्मनाक' बताया गया.


सबका सम्मान करना यार्रा वैली ग्रामर के DNA में- प्रिंसिपल


'नाइन' (Nine) से बातचीत में यार्रा वैली ग्रामर स्कूल के प्रिंसिपल मार्क मैरी ने बताया- हर किसी का सम्मान करना हमारे स्कूल के डीएनए में है. ऐसे में यह हम सबके लिए एक झटके जैसा था. पिता के नाते मैं इसे अपमानजनक, शर्मनाक और आक्रामक पाता हूं, जबकि प्रिंसिपल के नाते मुझे कुछ फैसले लेने कि हम इस मसले में क्या एक्शन लें. 


"लड़कियों की सुरक्षा हमारे लिए पहली प्राथमिकता..."


प्रिंसिपल के मुताबिक, "मेरी सबसे पहली चिंता उन लड़कियों को लेकर थी, जिनके उस लिस्ट में नाम थे. मैं यह सुनिश्चित करना चाहती थी कि वे स्कूल की तरफ से सुरक्षित महसूस करें. हम इस मामले में पुलिस से भी परामर्श लेंगे क्योंकि लिस्ट जैसी भाषा का इस्तेमाल किया गया है, वह आगे खतरा भी बन सकती है. यह बहुत गंभीर मामला है." इस बीच, 'दि बॉर्डर मेल' की रिपोर्ट के अनुसार, विक्टोरियन प्रीमियर जैकिन्टा एलन (नेता) ने इस घटना को बेहद अपमानजनक बताया और कहा कि यह कोई मजाक नहीं है.


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