Khalistani Poster: कनाडा में खालिस्तान समर्थकों ने एक बार फिर भारतीय दूतावास को निशाना बनाया है, जिसपर भारत ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है. दरअसल, मंगलवार (1 अगस्त) को वैंकूवर में भारतीय दूतावास के बाहर लगे पोस्टर को लेकर भारत ने कनाडा के अधिकारियों से शिकायत दर्ज कराइ है. साथ ही इसे सुरक्षा में चूक का गंभीर मामला माना है.  


भारत ने कनाडा के अधिकारियों से शिकायत दर्ज करता हुए कहा कि पहले ही अलगाववादी समूह ने भारत के स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय दूतवासों को घेरने की धमकी दी थी. इस तरह के पोस्टर पहले भी अन्य क्षेत्रों में देखने को मिले थे बावजूद इसके इसे गंभीरता से नहीं लिया गया. जो दर्शाता है कि यह सुरक्षा में कितनी बड़ी चूक है. 


वांटेड शीर्षक के साथ नया पोस्टर 


भारतीय दूतावास के बाहर लगे पोस्टर पर 'वांटेड' शब्द लिखा हुआ था. इन पोस्टरों में भी इंडियन हाई कमिश्नर संजय कुमार वर्मा और टोरंटो में भारत के वाणिज्य दूतावास जनरल अपूर्व श्रीवास्तव को निशाना बनाया गया था. इन दोनों भारतीय अधिकारियों पर पोस्टर में खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगाया गया है. 


क्या बोले वरिष्ठ भारतीय अधिकारी  


मंगलवार सुबह पता चलने के बाद वाणिज्य दूतावास वाली इमारत के प्रवेश द्वार के पास लगे विवादित पोस्टर को हटा दिया गया. एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी ने कहा कि वाणिज्य दूतावास विवादित पोस्टर के सम्बन्ध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराइ हैं.  इससे पहले ठीक इसी तरह के पोस्टर सरे शहर के विभिन्न स्थानों पर लगाया गया था. बताते चलें कि इससे पहले 'किल इंडिया' शीर्षक के साथ पोस्टर जारी किए गए थे. जिन्हें पाकिस्तानी हैंडल के साथ सोशल मीडिया पर साझा किया गया था. 


नए पोस्टर में भी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का जिक्र 


गौरतलब है कि अलगाववादी समूह सिख फॉर जस्टिस (SFJ) ने नए पोस्टर में भी अपने प्रमुख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का जिक्र किया है. बता दें कि निज्जर की 18 जून को कनाडा के सरे में गुरु नानक सिंह गुरुद्वारा साहिब की पार्किंग में हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद एसएफजे ने उनकी हत्या के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया. 


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