Saudi Arabia Funding: सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने मस्जिदों को दी जाने वाली फंडिंग रोक दी है, जिसके बाद पाकिस्तान तड़प रहा है. भारत की मस्जिदों के लिए भी सऊदी अरब से बड़ी फंडिंग होती थी, इसपर पाकिस्तानी यूट्यूबर अनम शेख ने भारत की अधिवक्ता नाजिया इलाही खाने से बात की है. इस दौरान नाजिया ने भारत और पाकिस्तान के मुसलमानों को जमकर खरी-खोटी सुनाई.


पाकिस्तानी यूट्यूबर अनम शेख के सवाल का जवाब देते हुए नाजिया इलाही ने कहा कि 'कुरान पहले पेड़,पत्तों और चमड़ों पर लिखा जाता था. पहली बार कुरान की प्रिटिंग 1939 में हुई, क्योंकि पहले कुरान में प्रिंटिंग हराम थी. लेकिन मुसलमानों ने मौके की नजाकत को देखते हुए प्रिंटिंग को हराम से हलाल कर लिया.' इसी तरह से सऊदी रिफॉर्मेशन कर रहा है. सऊदी अपने देश को आगे ले जाना चाहता है, इसलिए वह इस्लामिक कट्टरवाद से ऊपर उठ रहा है.


सऊदी अरब मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में ले रहा भाग
नाजिया ने कहा कि सऊदी के पैसों से पाकिस्तान और भारत में आतंकवादी बनाए जाते थे, इस तरह से आतंकवाद की फैक्ट्री चलाने का काम तो सऊदी कर रहा था, जो उन्होंने बंद कर दिया. नाजिया ने कहा कि सऊदी से एक लड़की मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में जा रही है, जिसने अपना फोटो शूट 'ला इलाहा इल्लल्लाह' का पोस्टर लेकर कराया है. इससे साफ हो जाता है कि सऊदी बहुत सी चीजों को तेजी से बदल रहा है.



पाकिस्तानी यूट्यूबर अनम शेख द्वारा सवाल किए जाने पर कि उत्तर प्रदेश में कुछ मदरसों को बैन कर दिया गया है. इसपर नाजिया ने कहा कि असम में 1200 से अधिक मदरसों को तोड़कर मिडिल स्कूल बनाया गया है, जहां पर आज बच्चों को इतिहास, भूगोल और विज्ञान पढ़ाया जा रहा है. अभी तक इन मदरसों में सिर्फ इस्लाम की शिक्षा दी जाती थी, जहां पर हिंदुओं को काफिर बताया जाता है.   


नाजिया ने कहा कि मुसलमानों का कल्याण तब होगा, जब ये आधुनिक विषयों को पढ़ेंगे और डॉक्टर-इंजीनियर बनेंगे. नाजिया ने आगे कहा कि सरकार का काम मुल्ला और मौलवी बनाना नहीं है, जिसकी वजह से भारत में सभी बच्चों को आधुनिक विषय पढ़ाया जा रहा है.


यह भी पढ़ेंः 'एक कमाता है तो 8 लोग खाते हैं', पाकिस्तान में किसका बयान हुआ वायरल