रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को 37 दिन हो चुके हैं. दोनों पक्षों को इस युद्ध में भारी नुकसान उठाना पड़ा है. सैकड़ों निर्दोष नागरिकों और बच्चों को जान गंवानी पड़ी है. गुरुवार को यूक्रेन ने आंकड़े जारी कर बताया कि उसने अब तक के युद्ध में रूस को कितना नुकसान पहुंचाया है. 


विदेश मंत्रालय के ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में दावा किया गया कि अब तक यूक्रेन ने रूस के 17500 सैनियों को मार गिराया है. जबकि 135 एयरक्राफ्ट, 131 हेलिकॉप्टर्स, 614 टैंक और 74 फ्यूल टैंक्स को तबाह कर दिया है. 


आगे ट्वीट के आंकड़ों में कहा गया कि यूक्रेनी सेना ने 7 नाव, 54 एंटी एयरक्राफ्ट वॉरफेयर सिस्टम, 4 मोबाइल एमआरबीएम सिस्टम्स, 1735 हथियारबंद व्हीकल, 83, यूएवी, 22 विशेष उपकरणों को भी नेस्तनाबूद कर दिया है. यूक्रेन के मुताबिक रूस को 311 आर्टिकरी सिस्टम्, 96, एमएलआरएस और 1201 व्हीकल्स/कटर्स का भी नुकसान पहुंचा है.  


दूसरी ओर, तुर्की के शीर्ष राजनयिक ने कहा कि अंकारा यूक्रेन और रूस के विदेश मंत्रियों को फिर से बातचीत के लिए एक साथ लाने पर काम कर रहा है. तुर्की के ‘‘ए हैबर’’ चैनल को दिए इंटरव्यू में मेवलुत कावुसोग्लु ने कहा कि यह बैठक दो सप्ताह के भीतर हो सकती है.
उनकी यह टिप्पणियां तब आई हैं जब इससे पहले तुर्की ने इस्तांबुल में यूक्रेन और रूस के वार्ताकारों की आमने-सामने की बैठक की मेजबानी की.


कावुसोग्लु ने कहा कि वार्ता के दौरान लिए गए फैसले जमीन पर पूरी तरह लागू नहीं किए गए. उन्होंने कहा, ‘‘इस बैठक के बाद कुछ फैसले लिए गए, खासतौर से तनाव कम करने से संबंधित. लेकिन हमें नहीं लगता कि ये फैसले जमीनी तौर पर लागू किए गए- उदारहरण के लिए कुछ इलाकों से रूसी सैनिकों को हटाने का फैसला.’’


रूस के प्रतिबंधित अरबपति रोमन अब्रामोविच के वार्ता में मौजूद रहने के बारे में पूछे जाने पर कावुसोग्लु ने कहा कि कारोबारी युद्ध को खत्म करने के ‘‘उपयोगी’’ प्रयासों में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘अब्रामोविच युद्ध के पहले दिन से ही इस संघर्ष को खत्म करने की ईमानदार कोशिशें करते रहे हैं.’’


गौरतलब है कि मंगलवार को इस्तांबुल में वार्ता के दौरान यूक्रेन ने शांति समझौते की विस्तारित रूपरेखा पेश की थी, जिसके तहत उनका देश तटस्थ रहेगा लेकिन कुछ देशों का समूह उसकी सुरक्षा की गारंटी देगा, जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, तुर्की, चीन और पोलैंड शामिल हैं.


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