Al-Qaeda Leader Killed In US Drone Strike: अफगानिस्तान (Afghanistan) में ड्रोन हमले (Drone Strike) में अल-कायदा का नेता अयमान अल-जवाहिरी (Ayman Al-Zawahiri) मारा गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden has) ने यह जानकारी दी है. बाइडेन ने कहा कि उन्होंने 71 वर्षीय अल-कायदा नेता पर 'सटीक स्ट्राइक' के लिए अंतिम मंजूरी दे दी. ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद अल कायदा की कमान संभालने वाला जवाहिरी की तलाश अमेरिका दो दशक तक करता रहा.


मिस्र के गिजा शहर में पैदा हुआ जवाहिरी पेशे से एक नेत्र सर्जन (Eye Surgeon) था. न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार उसके दादा, रबिया अल-जवाहिरी, काहिरा में अल-अजहर विश्वविद्यालय में इमाम थे. उसके परदादा अब्देल रहमान आजम अरब लीग के पहले सचिव थे.


80 के दशक में शुरू की आतंकी गतिविधियां



  • 1980 के दशक में उसे उग्रवादी आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया.

  • अपनी रिहाई के बाद उसने देश छोड़ दिया और हिंसक अंतरराष्ट्रीय जिहादी आंदोलनों (International Jihadist Movements) में शामिल हो गया.  

  • आखिरकार वह अफगानिस्तान में बस गया और एक अमीर सऊदी, ओसामा बिन लादेन के साथ हाथ मिला लिया.

  • दोनों ने मिलकर अमेरिका के खिलाफ युद्ध की घोषणा की और 11 सितंबर 2001 के हमलों को अंजाम दिया.


बिन लादेन का दाहिना हाथ



  • जवाहिरी को ओसामा बिन लादेन का दाहिना हाथ कहा जाने लगा. उसे अल-कायदा का मुख्य विचारक माना जाता था. वह बिन लादेन का निजी डॉक्टर भी था.

  • जवाहिरी अमेरिकियों के खिलाफ हमलों का आह्वान करने वाले बिन लादेन के 1998 के "फतवे" के पांच हस्ताक्षरकर्ताओं में से एक था.

  • अगस्त 1998 में केन्या और तंजानिया में अमेरिकी दूतावासों पर बमबारी में भी जवाहिरी की भूमिका निभाई रही. इन हमलों में 224 लोग मारे गए थे. 

  • कुछ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकी हमले के पीछे असली "संचालन दिमाग" उसी का था.


ओसामा के बाद बना अल कायदा का चीफ



  • करीब एक दशक की कोशिशों के बाद मई 2011 में अमेरिकी सुरक्षा लादेन को मारने में कामयाब रहे जिसके बाद जवाहिरी अल कायदा का प्रमुख बना.

  • हालांकि जवाहिरी अल-कायदा का नेतृत्व संभालने के बाद वह अलग-थलग ही रहा और कभी कभार अपने वीडियो मैसेज जारी करता रहा.


अमेरिका के लिए 'बड़ी जीत' 
इसके बाद भी अमेरिका जवाहिरी की मौत को एक जीत के रूप में पेश करेगा विशेष रूप से पिछले साल अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban) की अराजक वापसी के बाद, लेकिन जवाहिरी ने अपेक्षाकृत कम प्रभाव डाला क्योंकि इस्लामिक स्टेट जैसे नए समूह और आंदोलन तेजी से प्रभावशाली हो गए हैं.


माना जा रहा है कि अल-कायदा (Al Qaeda) का एक नया नेता निस्संदेह उभरेगा, लेकिन उसके अपने पूर्ववर्ती की तुलना में कम प्रभाव होने की संभावना है.


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