Iran News: इस्लामिक मुल्क ईरान (Iran) में दो लोगों को फांसी दे दी गई. इनमें से एक व्यक्ति पर कुरान जलाने और दूसरे पर पैगंबर मोहम्मद साहब (Prophet Muhammad) का अपमान करने का आरोप था. दोनों को सरेआम मारा गया.


ईरानी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, मारे गए लोगों के नाम सदरोल्लाह फ़ज़ेली ज़ारेई (Sadrollah Fazeli Zarei) और युसेफ मेहरदाद (Yusef Mehrdad) थे. उनमें से फ़ज़ेली ज़रेई को इस्लाम के पवित्र ग्रंथ 'कुरान' को जलाने एवं पैगंबर मोहम्मद और उनकी मां की बदनामी करने का दोषी माना गया था. ये घटनाएं पाकिस्तान में एक शख्स की मॉब लिंचिंग के एक दिन बाद सामने आई है. वहां खैबर पख्तूनख्वा में भीड़ ने एक व्यक्ति को ईशनिंदा के आरोप में पीट-पीटकर मार डाला था.




मौत की सजा देने में सबसे ऊपर ईरान
बता दें कि ईरान शरिया कानून को मानने वाला देश है. यह इस्लामिक मुल्क मौत की सजा देने के मामले में दुनिया में सबसे आगे है. इस साल यहां अब तक 194 लोगों को मौत की सजा दी जा चुकी है. पिछले साल हुए एंटी हिजाब प्रोटेस्ट के दौरान कई लोगों को सरेआम ये सजा दी गई थी. पिछले साल ईरान में हिजाब के विरोध में व्यापक स्तर पर प्रदर्शन हुए थे. उन विरोध—प्रदर्शनों को रोकने के लिए ईरानी हुकूमत ने सख्त पाबंदियां लगाईं. कुछ लोगों को प्रदर्शन के दौरान ही फांसी की सजा दे दी गई थी. एक लड़की की मौत के बाद वहां बड़ा बवाल हुआ था. कहा जाता है कि ईरान इस्लामिक कानून का बहुत सख्ती से पालन कराता है.


इस देश के 99% से ज्यादा लोग इस्लाम के अनुयायी


ईरान में ज्यादातर आबादी मुसलमानों की है. यहां अन्य मजहबों के लोग बहुत कम हैं. ईरान आबादी में पाकिस्तान को छोड़कर अपने सभी पड़ोसी देशों से आगे है. यहां 7 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं. बताया जाता है कि इनमें से 99.4% इस्लाम के अनुयायी हैं. इस्लाम में भी 2 तरह की कम्युनिटी प्रमुख हैं- शिया और सुन्नी. जिसमें ईरान के लगभग 90% लोग शिया हैं और लगभग 10% सुन्नी हैं.


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