Hindu Temple Demolished in Pakistan: पाकिस्तान के सिंध प्रांत की राजधानी कराची में करीब 150 साल पुराने एक हिंदू मंदिर को पुराना और खतरनाक ढांचा बताते हुए ध्वस्त कर दिया गया. मंदिर ध्वस्त किए जाने के बाद इलाके में रहने वाले हिंदू समुदाय के लोग दहशत में हैं.


कराची के सोल्जर बाजार में स्थित मारी माता मंदिर को शुक्रवार (14 जुलाई) को देर रात भारी पुलिस बल की मौजूदगी में बुलडोजर की मदद से ढहा दिया गया. क्षेत्र में हिंदू मंदिरों की देखभाल करने वाले रामनाथ मिश्रा महाराज ने कहा, "मंदिर को अधिकारियों ने देर रात गिरा दिया और हमें इसकी कोई जानकारी नहीं थी कि ऐसा होने वाला है."


खजाना दबे होने की आशंका


रामनाथ मिश्रा ने कहा कि अधिकारियों ने मंदिर के बाहरी दीवारों और मुख्य दरवाजे को बरकरार रखा लेकिन उन्होंने अंदर की पूरी संरचना को ध्वस्त कर दिया. उन्होंने कहा कि मंदिर करीब 150 साल पहले बनाया गया था और कहा जाता था कि मंदिर के प्रांगण में खजाना दबा हुआ था. 


सालों से हड़पने की कोशिश 


 मिश्रा ने कहा कि मंदिर 400 से 500 वर्ग गज क्षेत्र में बना था और सालों से मंदिर की भूमि को हड़पने की कोशिश की जा रही थी. स्थानीय थाने के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया, क्योंकि इसे अधिकारियों ने खतरनाक संरचना घोषित कर दिया था. 


प्रतिमाओं को दूसरे कमरे में रखा गया 


पुलिस ने बताया कि मंदिर कराची के मद्रासी हिंदू समुदाय की तरफ से संचालित था और वे लोग इस बात से सहमत थे कि संरचना बहुत पुरानी और खतरनाक है. मंदिर प्रबंधन ने भारी मन से देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को एक छोटे कमरे में स्थानांतरित कर दिया है. 


हिंदू समुदाय ने की संज्ञान लेने की अपील 


हिंदू समुदाय के स्थानीय नेता रमेश ने कहा कि मंदिर प्रबंधन पिछले कुछ समय से परिसर खाली करने के दबाव में था, क्योंकि मंदिर के जमीन को जाली दस्तावेजों के आधार पर एक ‘डेवलपर’ को बेच दिया गया था. वह मंदिर जमीन पर एक व्यावसायिक इमारत बनाना चाहता है. हिंदू समुदाय ने पाकिस्तान-हिंदू परिषद, सिंध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह और सिंध पुलिस के महानिरीक्षक से तत्काल मामले का संज्ञान लेने की अपील की है. 


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