लखनऊ: सबका साथ,सबका विकास मंत्र योगी ने मोदी से लिया है और इसी मंत्र को लेकर योगी प्रदेश की तस्वीर बदलने निकले हैं. योगी किन छोटी बातों का ध्यान रख रहे हैं इसे समझने के लिए योगी सरकार के दस फैसले जानिए-
- प्रदेश को साफ-सुथरा बनाने के लिए सुबह 7 से 10 बजे तक शहर की गलियों में निकाय अफसर घूमेंगे. गड़बड़ी हुई तो अफसर नपेंगे.
- स्कूल में टीचरों को समय पर आना होगा. रियल टाइम मॉनीटरिंग सिस्टम बनेगा और शिक्षकों का रिपोर्ट कार्ड बनेगा, जिसमें अभिभावकों से फीडबैक लिया जाएगा.
- गांव-गांव तक सरकारी बस चलाने के लिए पांच हजार बसें खरीदकर हर जिला मुख्यालय से ब्लॉक मुख्यालय तक बस चलेगी.
- अब मोबाइल पर एसी और साधारण बसों की लोकेशन मिलेगी. ट्राईमेक्स कंपनी सर्च इंजन बनाएगी. अभी तक बीडीएस सिस्टम से सिर्फ अधिकारियों को लोकेशन की जानकारी होती थी.
- युवाओं को सरकारी नौकरी देने के लिए सभी श्रेणी के खाली पदों का ब्यौरा कार्मिक विभाग से मांगा गया है.
- सरकारी दवा की दुकानों पर सस्ती दवाएं देने के लिए तीन हजार दुकानें खोली जाएंगी. अभी सिर्फ 150 दुकानें हैं.
- सरकारी कार्यालयों में बायोमैट्रिक मशीन से हाजिरी लगेगी और निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगेंगे. ताकि बाबू-अफसर हाजिरी लगाकर गायब न हो जाएं.
- हर गांव का अपना सचिवालय होगा. लखनऊ के सचिवालय में गांव से जुड़ा डाटा होगा.
- एक अप्रैस से 15 जून तक गेहूं खरीदेगी सरकार. धांधली रोकने के लिए सभी जानकारी ऑनलाइन होगी.
- गोरखपुर मंदिर परिसर में सीएम का कैंप कार्यालय खुलेगा जहां से फरियादी सीएम तक अपनी बात पहुंचा सकेंगे.
योगी सरकार के बारह दिनों में एंटी रोमियो स्क्वायड, बूचडखानों, नकल पर नकेल, सड़क के गड्ढों, पुलिस के पैदल मार्च, सफाई, गुटखा-पान मसाला पर पाबंदी जैसे फैसलों की चर्चा रही है. लेकिन ये योगी का वो मास्टर प्लान है जो उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में नींव का पत्थर साबित होगा.