लखनऊ: यूपी में निकाय चुनावों का पारा चरम पर है. परिणाम एक दिसंबर को आएंगे. आपका अपना चैनल एबीपी न्यूज़ बुधवार 29 नवंबर को शाम 6 बजे से एक्जिट पोल दिखाएगा. यूपी के इन चुनावों के लिए सपा, बसपा, कांग्रेस और भाजपा सभी ने भरपूर जोर लगाया. आम आदमी पार्टी ने भी इस बार यूपी के निकाय चुनावों में ज़ोर आज़माइश की.


यूपी निकाय चुनाव 2017 आखिर क्यों है इतने खास


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन चुनावों में बेहद सक्रिय रहे. यूपी सरकार के अन्य मंत्रियों ने भी इसे काफी गंभीरता से लिया. आम तौर पर देखा जाता रहा है कि मुख्यमंत्री इन चुनावों के प्रचार से दूर ही रहते हैं लेकिन इसके उलट योगी चुनावों से जुड़ी हर बात और हर चीज पर निगाह रखते दिखाई दिए.


अखिलेश यादव और मायावती ने इन चुनावों में प्रचार से दूरी बनाए रखी लेकिन उनके समर्थक और कार्यकर्ता बेहद गंभीरता से प्रचार में जुटे दिखाई दिए. माना जा रहा है कि सपा-बसपा के लिए ये चुनाव अगले लोकसभा और विधानसभा की तैयारी के जैसे हैं तो वहीं कांग्रेस और आप के लिए ये चुनाव खुद को साबित करने के लिए हैं.


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इन चुनावों में बीजेपी, उसके नेता, यूपी के मंत्री, मुख्यमंत्री सब सक्रिय दिखे. नतीजे ज्यादा दूर नहीं है और जल्द ही पता चल जाएगा कि कौन कितने पानी में है. परिणाम बहुत हद तक साफ कर देंगे कि जनता का मूड क्या है?


नोटबंदी, जीएसटी को लेकर विपक्ष के निशाने पर रही बीजेपी कहां रहेगी ये भी देखने वाली बात होगी और साथ ही निगाहें इस पर भी रहेंगी कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस कहां रहने वाली हैं. सपा, बसपा जो कभी इस मैदान के सबसे बड़े लड़ैया के तौर पर पहचाने जाते थे उनकी पोजीशन भी गौरतलब रहेगी.