लखनऊ: नगर निगम क्या होता है, नगर पालिका क्या होती है, मेयर कौन होता है, इनका चुनाव कैसे किया जाता है, चुनाव कौन कराता है... ऐसे बहुत से सवाल अक्सर आपके मन में भी आते होंगे? तो चलिए कोशिश करते हैं इन तमाम सवालों का जवाब देने की.


यूपी निकाय चुनाव 2017 आखिर क्यों है इतने खास


नगर निगम के सदस्य - यूपी में नगर निगम के सदस्यों का काम बहुत महत्वपूर्ण होता है. नगर निगम के सदस्यों यानि पार्षदों को सीधे तौर पर चुनाव के माध्यम से जनता के द्वारा चुना जाता है. चुने हुए सदस्य 5 साल तक काम करते हैं. राज्य निर्वाचन आयोग की इस चुनाव में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है.


नगर निगम के मुखिया यानि मेयर - यूपी में मेयर की भूमिका भी बहुत महत्वपूर्ण होती है. इनका चुनाव भी सीधे चुनाव के माध्यम से जनता के द्वारा होता है. पार्षदों के साथ ही मेयर का भी चुनाव कराया जाता है. मेयर का कार्यकाल भी 5 साल का होता है. इस चुनाव में भी राज्य निर्वाचन आयोग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है.


यूपी निकाय चुनाव 2017 के परिणाम बताएंगे कि क्या है जनता का मूड


नगर निगम के काम


- शुद्ध पानी की आपूर्ति
- निर्माण और सार्वजनिक सड़कों का रखरखाव
- सड़कों पर उचित रौशनी की व्यवस्था करना
- सार्वजनिक सड़कों, स्थानों और नाली की सफाई
- प्राथमिक स्कूलों की स्थापना एवं रखरखाव
- सार्वजनिक अस्पतालों का रखरखाव
- जन्म व मृत्यु का पंजीकरण
- सार्वजनिक गलियों, पुलों आदि स्थानों पर अवरोधों को दूर करना
- सड़कों का नामकरण एवं मकानों का क्रमांकन


नगर पालिका के सदस्य - यूपी में नगर पालिका के सदस्यों का चुनाव भी नगर निगम के सदस्यों की तरह ही होता है. यानि सीधे चुनाव के द्वारा जहां जनता वोट के माध्यम से नगर पालिका सदस्य चुनती है. ये लोग भी 5 साल के लिए ही चुने जाते हैं.


नगर पालिका अध्यक्ष - यूपी में नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव भी मेयर की ही तरह होता है. सीधे चुनाव के द्वारा जनता नगर पालिका अध्यक्ष को चुनती है. नगर पालिका सदस्यों के साथ ही अध्यक्ष को भी 5 साल के लिए चुना जाता है.


नगर पालिका के काम - नगर पालिका के काम भी नगर निगम की तरह की होते हैं. पानी से लेकर स्ट्रीट लाइट तक और साफ सफाई से लेकर जन्म-मृत्यु पंजीकरण तक में नगरपालिका काम करती है. राज्य सरकार की योजनाएं सही से लागू हों यह काम नगर पालिकाएं ही करती हैं.


यूपी निगर निकाय चुनाव - यूपी में 16 नगर निगम, 198 नगर पालिकाएं और 438 नगर पंचायतों के लिए ये चुनाव हुआ. ये चुनाव तीन चरणों में हुआ है. वोटों की गिनती 1 दिसंबर को होगी. 3.32 करोड़ मतदाताओं ने 36289 बूथ और 11,389 पोलिंग सेंटर पर वोट डाले हैं.