नई दिल्ली/लखनऊ: यूपी में मिली प्रचंड जीत से मोदी मस्त हैं तो विरोधी पस्त हैं. बात तो यहां तक आ पहुंची है कि 2019 की छोड़िए सीधे 2024 की तैयारी कीजिए. विरोधी मोदी की इस जीत के आगे नतमस्तक हो चुके हैं.


मोदी की प्रचंड जीत से विरोधी हुए नतमस्तक


जिस मोदी लहर को 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद शांत होता बताया जा रहा था, उस लहर ने यूपी चुनाव में सुनामी का रूप ले लिया.  सुनामी ऐसी कि विरोधी अब 2019 की नहीं 2024 की बातें करने लगे हैं.


जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्बदुल्ला ने कल ट्वीट कर कहा, ‘’देशभर में आज ऐसा कोई नेता नहीं है, जो 2019 में मोदी और बीजेपी का मुकाबला कर सके. ऐसे में हमें 2019 को शायद भूल जाना चाहिए और 2024 की तैयारी शुरू करनी चाहिए.’’


 







वही, अपनी हार के बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा, ‘’किसी के गले नहीं उतर रहा कि बीजेपी इतनी सीट जीत सकती है.’’


यूपी में राम लहर से बड़ी मोदी लहर


1991 में जब राम लहर चली थी तब बीजेपी ने 221 सीटें जीती थीं, अबकी बार मोदी लहर में बीजेपी के खाते में 312 सीटें आयीं. यूपी में ऐसा इतिहास बना कि आने वाले वक्त में इससे आगे निकलना बेहद मुश्किल है.


अमित शाह ने कहा कि ये आजादी के बाद का सबसे बड़ा बहुमत है तो जल संसाधन मंत्री उमा भारती का कहना कि यूपी में अब हम 15-20 साल रहेंगे.


मोदी ने यूपी में तोड़ा 37 साल का रिकॉर्ड


37 बाद यूपी में किसी पार्टी को 300 से ज्यादा सीटें मिली हैं. ज़ाहिर है जयघोष में सिर्फ मोदी-मोदी ही सुनाई दे रहा है. यूपी बीजेपी अध्यक्ष केशव मौर्य ने कहा मोदी जी के नेतृत्व में 300 पार ना होता, ये कैसे होता, करिश्मा है. तो राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह ने कहा कि ये लहर 2014 से भी बड़ी है.


विरोधियों के गले नहीं उतर रही मोदी की जीत


मोदी की इस जीत से विरोधियों को इतना तगड़ा झटका लगा है कि वो मानने को तैयार नहीं की मोदी को जीत यूपी की जनता के वोट के बदौलत मिली है, उऩ्हें तो इसमें भी साज़िश नज़र आ रही है.


मोदी की सुनामी में डूबा राहुल-अखिलेश गठबंधन


चुनाव के नतीजे ऐसे आएंगे राहुल-अखिलेश ने सोचा भी नहीं होगा, राहुल ने मोदी को जीत की बधाई दी तो अखिलेश ये दलील देते रहे कि यूपी की जनता को उनका काम पसंद नहीं आया


उधर कांग्रेस में तो सिर फुटव्वौल की नौबत आ गयी है, संदीप दीक्षित तो पार्टी हाईकमान से इस कदर नाराज़ हैं कि उन्होंने कांग्रेस को पार्टी नहीं कल्ब करार दे दिया है. यूपी के ऐतिहासिक नतीजों को देखकर यही कहा जा सकता है फिलहाल ऐसा कहा जा सकता है इस वक्त मोदी हीरो हैं और विरोधी ज़ीरो.