लखनऊ: राष्ट्रीय लोकदल ने उन्नाव प्रकरण को लेकर योगी सरकार पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया है. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सुरेंद्रनाथ त्रिवेदी का कहना है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार में केवल विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई की जाती है, ताकि विपक्ष को अनावश्यक बदनाम करने का मौका मिले. लेकिन भाजपा विधायक पर मेहबानी दिखाई जा रही है.


उन्होंने कहा कि उन्नाव की पीड़िता भाजपा विधायक और उनके परिवारिक सदस्यों पर स्पष्ट रूप से दुष्कर्म और पिटाई से पुलिस हिरासत में अपने पिता की मौत का आरोप लगा रही है, लेकिन विधायक के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज नहीं कराई जा सकी, जबकि समूचा परिवार मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह करने चला गया.


त्रिवेदी ने कहा कि भाजपा सरकार का महिला सशक्तीकरण और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं का नारा उनके द्वारा स्वयं झूठा साबित हो रहा है. प्रदेश की हालत ऐसी है कि मजनुंओं के डर से छात्राएं स्कूल कालेज जाने के बजाय घर में बैठना उचित समझ रही हैं. अपनी सरकार को पारदर्शी सरकार बताने वाले योगी के राज में पीड़िता के साथ हुए अपराध में तब कार्रवाई होती है, जब वह भाजपा से संबंधित न हो.


रालोद प्रदेश के प्रवक्ता ने प्रदेश के साथ-साथ केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि यह देश और प्रदेश का दुर्भाग्य है कि दोनों के मुखिया अपने परिवारों से विमुख हो चुके हैं, इसलिए पीड़ित परिवार का दर्द अनुभव करने की क्षमता खो चुके हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार से तंग हो चुकी जनता 2019 में अपने वोट रूपी अस्त्र का प्रयोग कर भाजपा सरकार को धूल चटाएगी.