पटना: पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के साथ बुधवार को एक समझौता पर हस्ताक्षर किया. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की उपस्थिति में डीएमआरसी के महाप्रबंधक मंगू सिंह ने पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किया.


प्रस्तावित पटना मेट्रो रेल परियोजना की कुल लंबाई 31.39 किलोमीटर है जिसमें 16.94 किलोमीटर "पूर्व-पश्चिम गलियारे" और 14.45 किलोमीटर "उत्तर-दक्षिण गलियारे" के अंतर्गत है. दोनों कॉरिडोर पर काम सितंबर 2024 तक पूरा होना है. पटना मेट्रो रेल के पूर्व-पश्चिम गलियारे में तीन एलिवेटेड और आठ अंडर ग्राउंड स्टेशन होंगे जबकि उत्तर-पूर्व के लिए नौ एलिवेटेड और तीन अंडर ग्राउंड स्टेशन होंगे.


पटना मेट्रो रेल परियोजना को इको-फ्रेंडली तरीके से विकसित करने का प्रस्ताव है, जो स्टेशन और डिपो के साथ हरित भवन मॉडल पर विकसित होगा. बिजली उत्पादन के लिए सौर पैनल लगाए जाएंगे. डीएमआरसी पटना में अपना एक कार्यालय स्थापित करेगा और एक परियोजना निदेशक के नेतृत्व में अधिकारियों की एक टीम निर्धारित समय के भीतर पटना मेट्रो रेल का काम पूरा किया जाना सुनिश्चित करेगी.


बता दें कि इसी साल 13 फरवरी को केंद्रीय कैबिनेट ने पटना मेट्रो की योजना को मंजूरी दे दी थी. इसके तहत मेट्रो को दो कॉरिडोर बनाए जाएंगे. पहला दानापुर से मीठापुर और दूसरा पटना रेलवे स्टेशन से न्यू आईएसबीटी तक होगा. इसमें कुल 13,365.77 करोड़ रुपये खर्च होंगे. 17 फरवरी को पीएम मोदी इसका शिलान्यास किया था.


दानापुर कैंट से मीठापुर कॉरिडोर में बनेंगे 11 मेट्रो स्टेशन


सरकार के एक बयान के मुताबिक दानापुर कैंट से मीठापुर के बीच चलने वाली मेट्रो धनी आबादी वाले इलाकों को कवर करेगी. इसमें राजा बाजार, सचिवालय, हाई कोर्ट और लॉ यूनिवर्सिटी रेलवे स्टेशन शामिल हैं. इस कॉरिडोर की लंबाई 16.94 किलोमीटर होगी. इसके तहत 11 मेट्रो स्टेशन बनेंगे. इसमें से आठ मेट्रो स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे, जिसकी लंबाई 11.20 किलोमीटर होगी.


पटना रेलवे स्टेशन और आईएसबीटी कॉरिडोर में बनेंगे 12 मेट्रो स्टेशन


वहीं पटना रेलवे स्टेशन और आईएसबीटी कॉरिडोर गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना यूनिवर्सिटी, राजेंद्र नगर, महात्मा गांधी सेतु, ट्रांसपोर्ट नगर और आईएसबीटी को कवर करेगा. इस कॉरिडोर की लंबाई 14.45 किलोमीटर होगी. इसके तहत 12 मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे. इसमें तीन मेट्रो स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे जिसकी लंबाई 4.55 किलोमीटर होगी. पटना मेट्रो रेल के इस प्रोजेक्ट से शहर के 26.23 लाख आबादी को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से फायदा होगा.