पटना: बिहार मंत्रिपरिषद में आज एक बार फिर विस्तार किया गया है. कुल आठ नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिली है. जेडीयू ने इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी के कैबिनेट में खुद को शामिल करने से अलग कर लिया था. इसके पीछे कयास ये लगाए जा रहे हैं कि नीतीश कुमार अपनी पार्टी को केंद्रीय कैबिनेट में सिर्फ एक सीट मिलने से नाराज हैं.

नीतीश कुमार ने मंत्रिमंडल विस्तार में जातीय समीकरण का खास ख्याल रखा है. इसमें 75 फीसदी चेहरे पिछड़े समाज से आते हैं. जिन आठ लोगों को मंत्री बनाया गया है इसमें चार पहली बार मंत्री बने हैं जबकि चार पहले भी मंत्री रह चुके हैं.

जेडीयू से जिन 8 मंत्रियों ने शपथ ली है उनमें श्याम रजक दलित समाज से, जेडीयू प्रवक्ता नीरज सिंह भुमिहार समाज से, कांग्रेस से जेडीयू में आए अशोक चौधरी दलित समाज से, राम सेवक कुशवाहा कोइरी समाज से, नरेंद्र नारायण यादव यादव समाज से, संजय झा ब्रहाम्ण समाज से, लक्ष्मेश्वर राय अति पिछड़ा और बीमा भारती भी अति पिछ़ड़ा समाज से आती हैं. इन्हें बनाया गया है मंत्री श्याम रजक फुलवारी शरीफ से विधायक श्याम रजक दलित समाज से आते हैं. वह इससे पहले भी नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल रह चुके हैं. श्याम रजक पहले राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में थे. यहां मतभेद बढ़ने के बाद उन्होंने अपना पाला बदला और जेडीयू में आ गए. संजय झा ब्रह्मण समाज से आने वाले संजय झा पहली बार मंत्री बने हैं. वह कुछ दिनों पहले ही एमएलसी बने हैं. संजय झा मधुबनी जिले के रहने वाले हैं और उन्हें नीतीश कुमार का काफी करीबी माना जाता है. वह अभी जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव हैं. बीमा भारती बीमा भारती प्रदेश के पुर्णिया जिले के रुपौली से विधायक हैं. वह अति पिछड़े समाज से आती हैं. बीमा भारती लगातार कई बार से रुपौली से विधायक चुनी गई हैं. अशोक चौधरी सालों कांग्रेस पार्टी में रहने वाले अशोक चौधरी दलित समुदाय से आते हैं. नीतीश कुमार जब महागठबंधन की सरकार में मुख्यमंत्री थे तो उस समय अशोक चौधरी प्रदेश के मानव संसाधन विकास मंत्री थे. बाद में नीतीश ने जब महागठबंधन से नाता तोड़ा तो अशोक चौधरी जेडीयू में शामिल हो गए और अब इन्हें मंत्रि पद दिया गया है. रामसेवक कुशवाहा रामसेवक कुशवाहा कोइरी समाज से आते हैं. कुशवाहा समाज को साधने के लिए नीतीश कुमार के इस कदम को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. वह अभी हथुआ विधानसभा से विधायक हैं. नीरज कुमार जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता नीरज सिंह भूमिहार समाज से आते हैं. नीरज सिंह वर्तमान में एमएलसी हैं और इनकी भूमिहार समाज में अच्छी पकड़ मानी जाती है. नीरज कुमार पहली बार मंत्री बने हैं. लक्ष्मेश्वर राय अति पिछड़ा समुदाय से आते हैं. वह वर्तमान में बिहार के मधुबनी के लौकहा से विधायक हैं. अति पिछड़े समाज में इनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है. नरेंद्र नारायण यादव यादव समाज से आने वाले नरेंद्र नारायण यादव की अपने क्षेत्र में काफी पकड़ है. वह बिहार के मधेपुरा के आलमनगर से विधायक हैं. नीतीश कुमार के कैबिनेट में नरेंद्र यादव कई बार मंत्री रह चुके हैं. बता दें कि बिहार मंत्रिमंडल में अभी भी तीन पद खाली हैं. इसमें से जेडीयू से एक, बीजेपी से एक और एलजेपी के कोटे से भी एक मंत्री पद की कुर्सी खाली है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि एक बार फिर मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. नीतीश कुमार ने कैबिनेट का विस्तार 23 महीने के बाद किया है. मोदी सरकार में शामिल होने से मना करने वाले नीतीश का कैबिनेट विस्तार आज, BJP को नहीं मिलेगी जगह- सूत्र

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