प्रयागराज: कुंभ में एक बार फिर भीषण आग लगने की घटना सामने आई है. इस बार सेक्टर 13 के दंडी बाड़ा नगर के डंग जी भूरा मठ में ये आग लगी है. आग से मठ के चार कैंप जलकर राख हो गए हैं. बिजली के शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रही है. इस हादसे में किसी को कोई नुकसान पहुंचने की सूचना नहीं हैं. मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियों ने आग पर काबू पा लिया है.


इससे पहले 5 फरवरी को कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 15 में स्थित नाथ संप्रदाय के शिविर में मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे दो शिविरों में आग लग गई थी. आग में सीएम योगी के रुकने के लिए बनाए गए दोनों महाराजा टेंट जलकर राख हो गए थे. आग से लाखों का नुकसान हुआ है. जिसमें आग लगी वो योगी महासभा का पंडाल ओल्ड जीटी रोड पर बनाया गया था.


उससे पहले पहले 19 जनवरी को मेला क्षेत्र के सेक्टर 13 में बने प्रयागवाल सभा के पंडाल में आग लग गई थी. गनीमत ये रही कि इस हादसे में किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा.


उससे पहले 16 जनवरी को स्वामी वासुदेवानंद के शिविर में आग लगी थी. शिविर में उस समय भंडारा चल रहा था. आग लगने से भंडारे का टेंट जलकर राख हो गया था.


उससे पहले 14 जनवरी को दिगंबर अखाड़े में आग लग गई थी. आग लगने से लाखों रूपये का सामान जलकर राख हो गया. आग इतनी ज़बरदस्त थी कि उसने फायर ब्रिगेड की टीमों के पहुंचने से पहले ज़बरदस्त तबाही मचाई. फायर ब्रिगेड की आधा दर्जन से ज़्यादा दमकलों ने सेना और एनडीआरएफ की मदद से करीब आधे घंटे बाद आग पर काबू पाय लिया. आग से छावनी में लगे करीब दर्जन भर कैंप, उसमें रखे तमाम सामान और एक कार पूरी तरह जलाकर राख हो गए थे.


आग सिलेंडर लीक होने की वजह से लगी. जब तक लोग आग को बुझाते, तब तक दो सिलेंडर तेज धमाके के साथ ब्लास्ट कर गए. धमाके की आवाज़ और आग की लपटें उठने के बाद मेले के सेक्टर सोलह में अफरा तफरी मच गई. मकर संक्रांति होने की वजह से मेला क्षेत्र में आज भीड़ काफी ज़्यादा थी. तमाम साधुओं और श्रद्धालुओं ने सभी कैंपों को फ़ौरन खाली कराते हुए अखाड़े में मौजूद लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला. कहा जा रहा है कि आग उस वक्त लगी जब साधु संत भोजन करने के बाद आराम कर रहे थे.


इस हादसे में साधू-संतों का सामान जलकर खाख हो गया. कुछ साधुओं का पैसा भी जल गया. जले हुए नोटों का बंडल दिखाते हुए साधुओं ने नाराजगी जताई थी. अखाड़े के साधु-संतो का कहना था कि अनाज, रुपये सारे सामान जलकर राख हो गए हैं. साधुओं की मांग थी कि सरकार उनके लिए तत्काल समुचित व्यवस्था करे.


3200 हेक्टेअर से अधिक भूमि पर आयोजित हो रहा है मेला


कुंभ 3200 हेक्टेअर से अधिक भूमि पर आयोजित हो रहा है. आने वाले दिनों में और अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. पूरे क्षेत्र को नौ जोन और 20 सेक्टरों में बांटा गया है. यहां बीस हजार से अधिक पुलिसकर्मी, छह हजार होमगार्ड, 40 थाने, 58 चौकियां, 40 दमकल स्टेशन, केन्द्रीय बलों की 80 कंपनियां और पीएसी की 20 कंपनियां तैनात की गयी हैं.