लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कासगंज हिंसा को लेकर अनाप शनाप बयान देने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीएम आरपी सिंह की कड़ी फटकार लगाई है. बता दें कि कल चंदन की मौत पर उठे सवाल पर डीएम आरपी सिंह ने कहा था कि चंदन पर गोली एक घर की छत से चलाई गई. जो मकान वहां पर है वो मुस्लिम का है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये दंगा नहीं, सांप्रदायिक झगड़ा था.


वहीं, कल इलाके में पूरे दिन शांति रही. लोग घऱों से भी निकले, लेकिन रात में करीब साढ़े आठ बजे उपद्रवियों ने मालगोदाम रोड पर कपड़े की एक दुकान में आग लगाकर एक बार फिर दहशत फैला दी.

उपद्रवियों ने ऊपर की सीमेंटेड शेड को तोड़कर दुकान में आग लगाई. ये दुकान 26 जनवरी को हुई हिंसा के बाद से ही बंद थी. उपद्रवी रह-रह कर कासगंज में उत्पात मचा रहे हैं. हिंसा के बाद कासगंज के एसपी सुनील सिंह को हटाए गए और कल ही चार्ज संभालने वाले नए एसपी पीयूष श्रीवास्तव रात में ही मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का भरोसा दिया.

कासगंज हिंसा: DM का बड़ा खुलासा, छत से चली थी चंदन पर गोली

पुलिस की मुश्तैदी से कल दिनभर कासगंज शांत रहा है, लेकिन रात में इस दुकान में आग लगाकर एक बार फिर उपद्रवियों ने सुरक्षा व्यवस्था के ऊपर सवालिया निशान लगा दिए. सवाल ये है कि आखिर कब तक कासगंज हिंसा की आग में सुलगता रहेगा?

कल हिंसा पर यूपी के राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि जो कासगंज में हुआ है वो किसी को भी शोभा नहीं देता है. राम नाईक ने कड़ा बयान देते हुए कहा कि कासगंज की यह घटना उत्तर प्रदेश के लिए कलंक साबित हुई है. सरकार उसकी जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे कदम उठाने चाहिए जिससे दोबारा ऐसा कुछ ना हो. मामले में अब तक 112 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

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