पटना: बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बसें कोराना जागरूकता का जरिया बनेंगी. राज्य में चलने वाली सभी बसों पर आकर्षक इमोजी और स्लोगन के जरिए कोराना संक्रमण से बचाव के लिए जागरूकता और प्रचार-प्रसार किया जाएगा. परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि एक जून से राज्य में सार्वजनिक परिवहन के सभी वाहनों को चलाने की इजाजत दी गई है. आम लोगों की जागरूकता के लिए बसों में परिवहन निगम की ओर से खास तैयारियां की गई हैं.


पब्लिक ट्रांसपोर्ट के वाहनों में अंदर और बाहर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के उपायों संबंधी स्टीकर व स्लोगन लगाये जाएंगे. साथ ही जिला प्रशासन के माध्यम से यात्रियों के बीच पम्पलेट का वितरण कराया जायेगा. सभी बसों में स्टीकर व स्लोगन लगाने का काम शुरू कर दिया गया है.


सार्वजनिक परिवहन के वाहनों के परिचालन के पहले दिन परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने सोमवार को बांकीपुर बस स्टैंड का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने डीटीओ, एमवीआई, बस डीपो मैनेजर, सभी ड्राइवर/कंडक्टर को यात्रा के क्रम में कोराना संक्रमण से बचाव हेतु परिवहन विभाग द्वारा तय किये गए प्रावधानों का पालन कराने का निर्देश दिया.


परिवहन सचिव ने बताया कि पटना के साथ अन्य जिलों में सोमवार से बस, ऑटो, ई रिक्शा, टैक्सी, ओला, उबर आदि का परिचालन शुरु हो गया है. पटना से लगभग 200 बसों का परिचालन किया गया है.



वर्तमान में राज्य के अंदर बसों का परिचालन शुरू किया गया है. अंतरराज्यीय बस चलाने के लिए दूसरे राज्यों से सहमति मिलने के बाद बसों का परिचालन शुरू किया जाएगा. बसों में सोशल डिस्टेंसिंग, साफ-सफाई संबंधी प्रोटोकाल को सुनिश्चित कराने के लिए सभी जिलों के डीएम और एसपी को निर्देश दिए गए हैं.


परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि सभी की सहूलियत के लिए सार्वजनिक परिवहन को शुरू किया गया है. बसों एवं अन्य वाहनों से यात्रा के क्रम में सावधानी बरतें. सावधानी ही सुरक्षा है.


परिवहन सचिव ने दिया यह निर्देश


रात 9 बजे के बाद बस स्टैंड से बसों का नहीं होगा परिचालन.


यात्रा के दौरान मास्क पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.


बस में खड़े होकर यात्रा न करें.


निर्धारित सीट के अतिरिक्त बैठने की अनुमति नहीं है.


ओवर लोडिंग या अन्य नियमों के उल्लंघन पर होगी कार्रवाई.


बसों के परिचालन के पूर्व और परिचालन के बाद सेनेटाइज करना आवश्यक है.