पटना: सोशल मीडिया पर डाली गई एक पोस्ट कैसे एक इंसान की किस्मत बदल सकती है, इसका उदहारण बिहार के चंपारण में देखने को मिला. पिता की मौत के बाद चंपारन के रहने वाले दस साल के सुनील पर परिवार चलाने की जिम्मेदारी आ गई और सुनील पढ़ाई छोड़कर पिता का ठेला चलाने को मजबूर हो गया लेकिन सोशल मीडिया पर किसी ने एक पोस्ट डाली उसके बाद सुनील की किस्मत बदल गई.
दरअसल, बिहार के चंपारण के रहने वाले सुनील के पिता की चार महीने पहले मौत हो गई. सुनील के परिवार में दो भाई और तीन बहनें, मां और दादी हैं. पिता की मौत के बाद परिवार चलाना काफी मुश्किल हो गया था. ऐसे में सुनील ने जिम्मेदारी उठाते हुए पढ़ाई छोड़कर पिता का ठेला चलाने लगा. हाड़ कंपा देने वाली ठंड में भी सुनील ने ठेला चलाया और अपने परिवार की जिम्मेदारी उठाई.
सोशल मीडिया से बदली किस्मत
एक दिन अजय पांडेय नाम के शख्स ने सुनील की कहानी उसके फोटो के साथ सोशल मीडिया पर शेयर की. जिसके बाद उस पोस्ट पर लोगों के खूब कमेंट आए. बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश से लोग सुनील की मदद के लिए आगे आए. स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सुनील का स्कूल में एडमिशन कराया.
अकाउंट में पैसे डालकर लोग कर रहे मदद
वहीं सुनील की मां का अकाउंट नंबर भी फेसबुक पर शेयर किया गया. जिसके बाद उनके अकाउंट में लोग आर्थिक मदद कर रहे हैं. उनके अकाउंट में अभी तक करीब 50 हजार रुपये उनके अकाउंट में आ चुके हैं. इससे उनके भाई-बहन भी अब स्कूल जाने लगे हैं.
सरकारी तंत्र की नाकामी
सोशल मीडिया के वजह से आज सुनील और उसके भाई बहन स्कूल जाने लगे हैं, लेकिन सरकार और स्थानीय नेताओं की ऐसे लोगों पर तवज्जो ही नहीं हैं. क्यों एक दस साल का बच्चा पढ़ाई छोड़कर ठेला चलाने को मजबूर हो गया है.