पटना: लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने 2020 में होने वाले विधानसभा चुनाव में 119 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है. सुनने में थोड़ा अटपटा ज़रूर लगेगा लेकिन ये सच है. लोक जनशक्ति पार्टी के सूत्र बता रहे हैं कि पार्टी ने उन 119 सीटों को चुना है जहां पर एनडीए का कोई विधायक नहीं है. यानि 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों को देखें तो उससे ये पता चलता है कि जेडीयू, बीजेपी औऱ एलजेपी के विधायकों के बाद 119 सीटें बचती है जिसपर आरजेडी, कांग्रेस औऱ दूसरे छोटे दल हैं. ऐसे में एलजेपी के एक नेता ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि पार्टी ये मानकर चल रही है कि जेडीयू और बीजेपी अपने सिटिंग सीट को अगर नहीं छोड़ती हैं तो उनके खाते में इन्हीं 119 में से कोई भी सीट आएगी. इस लिहाज से अभी से उन सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत बनाने की रणनीति तैयार की जा रही है.

रविवार को प्रदेश पदाधिकारियों के साथ हाई लेवल बैठक की गई. विधानसभा चुनाव को लेकर दिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए. 2020 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर लोजपा के नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान पूरी तरह एक्टिव मोड में हैं और उन्होंने रविवार को पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ मैराथन बैठक की. चुनाव की तैयारी को चिराग ने 14 अप्रैल को पटना में होने वाली रैली के साथ जोड़ दिया है. पार्टी के 11 उपाध्यक्षों को अलग-अलग विधानसभाओं का प्रभारी बनाया गया. हर उपाध्यक्ष को कहा गया है कि पार्टी में सदस्यता अभियान को बढ़ाना है. पार्टी के नेताओं को कहा गया है कि जो भी विधानसभा का उम्मीदवार बनना चाहते हैं वो अपने क्षेत्र में 25 हज़ार एलजेपी के सदस्य बनाएं. जो भी पच्चीस हजार बनाएंगे उनकी उम्मीदवारी पर विचार किया जाएगा.

इस बार सदस्यता के लिए जो फॉर्मेट तैयार किया गया है वह काफी आकर्षक है. पहले एक छोटी सी पर्ची होती थी पर इस बार इसे इतना बड़ा बनाया गया है कि उसे सदस्य फ्रेम बनाकर रख सकते हैं. सदस्यता फॉर्म में शपथ भी लिखा हुआ है. जो सदस्य बनेंगे वो पार्टी के संविधान में विश्वास जताएंगे. 2020 विधानसभा में एनडीए में सीटों को लेकर फिलहाल बातचीत शुरू नहीं हुई है लेकिन पार्टी 60 सीटों पर अपना दावा पेश करेगी. लोकसभा चुनाव में भारी जीत के बाद बिहार में अपना पांव जमाने के लिए एलजेपी चिराग पासवान को भावी मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट करने का मन बना रही है. पार्टी में जान फूंकने के लिहाज़ से ये बुनियाद बात पार्टी के अंदर नेताओं ने शुरू कर दी है. चिराग के नेतृत्व में सभी ने आस्था जताई और भावी मुख्यमंत्री के रूप में देखने की मंशा भी ज़ाहिर की. पार्टी के सदस्यता अभियान से अबतक पार्टी फंड में 55 लाख रुपये आ चुके हैं.

लोक जनशक्ति पार्टी ने सभी उच्च पदों पर किसी न किसी सांसद को जगह दिया है ताकि पार्टी मजबूती से आगे बढ़े. चिराग पासवान फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं. फिलहाल एनडीए के नेता के तौर पर नीतीश कुमार को ही मान रहे हैं. पर बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी की मंत्रिमंडल में कोई भागीदारी नहीं है. इसपर पार्टी के अंदर सवाल उठ रहे हैं. नेताओं का मानना है कि एनडीए की मजबूती के लिए कम से कम एक मंत्री होना चाहिए था लेकिन इसपर कोई निर्णय नहीं हुआ. समय पर इस बारे में उचित जगह पर उठाया जाएगा. रैली के लिए पार्टी की तरफ से निर्देश जारी किया गया है. इसके लिए पार्टी में नवनियुक्त पदाधिकारियों को रैली की तैयारी के लिए प्रमंडल स्तर पर ज़िम्मेदारी सौंपी गई है. इसे लेकर सख्त निर्देश भी दिया गया है कि उन्हें अपने प्रमंडलों की जिम्मेदारी बखूबी निभानी होगी ताकि होने वाली रैली ऐतिहासिक हो सके. साथ ही सदस्यता अभियान के 50 लाख के लक्ष्य को भी पूरा करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं.