देवरिया: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तानी फायरिंग में शहीद हुए यूपी में देवरिया के रहने वाले शहीद प्रेम सागर के परिवार वालों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 13 दिनों के अंदर मिलने का वादा किया है. यूपी सरकार की तरफ से प्रेम सागर के परिवार को बीस लाख रुपए की मदद भी दी गई है. आज शहीद प्रेम सागर का उनके गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया है.


योगी सरकार में मंत्री एसपी साहू ने बताया कि शहीद प्रेम सागर के परिजनों को 20 लाख रुपए का चेक दिया गया है. बाकी 6 लाख रुपए का चेक बाद में दिया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ 13 दिनों के अंदर शहीद प्रेम सागर के परिजनों से मुलाकात करेंगे.


 


बदा दें कि आज सुबह करीब सात बजे प्रेम सागर का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. इस दौरान उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए लोगों का भारी हुजूम उमड़ पड़ा. शहीद प्रेम सागर की पाकिस्तान की BAT टीम ने गोली मारकर हत्या कर दी थी और उनके शव के साथ बर्बरता भी की थी.



कल परिवार ने किया था अंतिम संस्कार करने से इनकार

पुंछ हमले में शहीद प्रेम सागर का कल अंतिम संस्कार नहीं हो पाया था. कल देर शाम गाड़ी से पार्थिव शव तो आया लेकिन घरवाले पीएम या सीएम को बुलाने के लिए अड़े गए थे. एक तारीख की सुबह पुंछ में शहीद हुए प्रेम सागर का पार्थिव शरीर बीएसएफ की गाड़ी से कल देर शाम ही आया था. विशाल जनसैलाब शहीद प्रेम सागर को अंतिम विदाई देने उमड़ पड़ा है.


 

बीएसएफ ने दिया प्रेम सागर को गॉर्ड ऑफ ऑनर


जैसे ही शहीद प्रेम सागर का पार्थिव शरीर देवरिया के उनके गांव टीकमपुर पहुंचा पूरा इलाका पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारों से गूंज उठा. बीएसएफ की तरफ से प्रेम सागर को गॉर्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. परिवार का आरोप है उन्हें शव दिखाया ही नहीं गया. यूपी सरकार के मंत्री सूर्यप्रताप शाही भी रात साढे ग्यारह बजे शहीद प्रेम सागर के परिवार से मिलने पुंहचे.


कौन थे दुश्मनों से लोहा लेने वाले शहीद प्रेम सागर




  • शहीद प्रेम सागर ने साल 1994 में बीएसएफ ज्वाइन की थी.

  • शहीद प्रेम सागर बीएसएफ की 200वीं बटालियन में तैनात थे.

  • शहीद प्रेम सागर के परिवार में उनकी पत्नी और दो लड़के और दो लड़कियां हैं.

  • शहीद प्रेम सागर के भाई सीआरपीएफ में हैं, जो छत्तीसगढ़ के सुकमा में तैनात हैं.