लखनऊ: यूपी विधानसभा में पिछले महीने मिले पाउडर को खतरनाक विस्फोटक बताने के लिए जिम्मेदार अफसर पर गाज गिर सकती है. राज्य के डीजीपी सुलखान सिंह ने झूठी रिपोर्ट देने वाली स्टेट फॉरेंसिक लैब के डायरेक्टर एसबी उपाध्याय को सस्पेंड करने की सिफारिश की है. अब इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फ़ैसला करना है.


यूपी विधानसभा में 12 जुलाई को खतरनाक विस्फोटक मिलने की खबर ने खलबली मचा दी थी.मामला इतना संगीन था कि इसकी जांच NIA को सौंप दी गई. खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उस पर विधानसभा में बयान दिया था.


विधानसभा में जिस PETN विस्फोटक के मिलने की खबर आई, वो इतना खतरनाक माना जाता है कि रक्षा विशेषज्ञ भी चिंतित हो गए थे. लेकिन देश भर में सनसनी फैलाने वाली ये जानकारी बाद में गलत निकली.


आगरा की लैब में हुई जांच में खुलासा हुआ कि यूपी विधानसभा में मिला पाउडर विस्फोटक नहीं था. सरकार को गुमराह करने वाली ये रिपोर्ट देने के लिए दोषी अफसर के खिलाफ अब योगी सरकार कार्रवाई कर सकती है.


एबीपी न्यूज को पता चला है कि यूपी के डीजीपी सुलखान सिंह ने स्टेट फॉरेंसिक लैब के डायरेक्टर एसबी उपाध्याय के निलंबन की सिफारिश की है. हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब तक इस पर फैसला नहीं लिया है, लेकिन गलत रिपोर्ट की वजह से जिस तरह सरकार की किरकिरी हुई थी, उसे देखते हुए दोषी अफसर पर कार्रवाई न किए जाने की कोई वजह नहीं है.