जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति (जेकेपीसीसी) ने पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती द्वारा तिरंगे झंडे को लेकर दिए गए बयान की कड़ी निंदा की है. कांग्रेस समिति ने कहा कि यह स्वीकार करने योग्य नहीं है और इससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. जेकेपीसीसी के अध्यक्ष रवींद्र शर्मा ने कहा, ' ऐसे बयान किसी भी समाज में बर्दाश्त करने लायक नहीं हैं और अस्वीकार्य हैं.'


पीडीपी अध्यक्ष ने 14 महीने की नजरबंदी से रिहा होने के बाद पहली बार संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वह तिरंगा तभी थामेंगी जब पूर्ववर्ती राज्य का झंडा बहाल हो जाएगा. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि जब तक जम्मू-कश्मीर को लेकर पिछले साल पांच अगस्त को संविधान में किए गए बदलावों को वापस नहीं ले लिया जाता, तब तक उन्हें चुनाव लड़ने या तिरंगा थामने में कोई दिलचस्पी नहीं है.


अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बोले-महबूबा मुफ्ती जाएं पाकिस्तान
वहीं योगी सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रजा ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का विरोध करने वाली महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान चली जाएं. योगी सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रजा ने वीडियो जारी कर कहा कि नजरबंदी से बाहर आकर महबूबा मुफ्ती ने जिस प्रकार की भाषा बोली है, साफ दर्शाता है कि वह पाकिस्तान और कांग्रेस की भाषा बोल रही हैं. ये लोग भारत तेरे टुकड़े होंगे गैंग के लोग हैं.


अनुच्छेद 370 और तिरंगे को लेकर उनके एलान पर मोहसिन रजा ने कहा कि महबूबा मुफ्ती इमरान खान और राहुल गांधी की भाषा बोल रही हैं. बीजेपी ने देश हित में 370 हटाने का फैसला लिया है. रजा ने कहा कि महबूबा मुफ्ती कश्मीर में अनुच्छेद 370 वापस लागू करने की चाहत दिल में लेकर चली जाएंगी, लेकिन अब यह हो नहीं सकता है. इसलिए बेहतर है कि वह पाकिस्तान जाने का निर्णय ले लें, जो ज्यादा अच्छा होगा.


ये भी पढ़ें-
अब महबूबा ने आर्टिकल-370 को चीन से जोड़ा, कहा- चीन ने भारत की 1000 वर्ग किमी की जमीन हड़पी


चीन से तनातनी के बीच राजनाथ सिंह दशहरा के मौके पर एलएसी पर करेंगे शस्त्र-पूजा