पंजाब कांग्रेस में जारी कलह के बीच लगने लगा था कि नवजोत सिंह सिद्धू के हाथ में प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंप दी जाएगी. इन सबके बीच तेजी से समीकरण बदलते दिख रहे हैं. इन बदलते समीकरण से सिद्धू के पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनने की राह मुश्किल हो गई है. 


शनिवार को कैप्टन अमरिंदर ने अपने सिसवां वाले फार्म हाउस पर कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा, विधानसभा स्पीकर राणा केपी और कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सोढ़ी को डिनर पार्टी पर बुलाया था. कैप्टन के डिनर वाले दांव का आज ये असर हुआ है कि इन सभी नेताओं ने सिद्धू पर किसी तरह का फैसला लेने से पहले सोनिया गांधी से मिलने का वक्त मांगा है. सूत्रों के मुताबिक इन सभी नेताओं ने साफ कर दिया है कि इन्हें सिद्धू किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं है. इन सांसदों ने नवजोत सिंह सिद्धू को  'जोकर' कहते हुए कहा कि यह स्वीकार नहीं हो सकता. अब देखना ये है कि पार्टी आलाकमान सोनिया गांधी क्या फैसला लेती हैं.


मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार ने एक साथ बैठे नेताओं की तस्वीर शेयर करते हुए ट्वीट किया, ' पंजाब विधानसभा अध्यक्ष राणा के पी सिंह, और राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा ओर कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की.' इस तस्वीर को दोबारा शेयर करते हुए कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि बाजवा और अमरिंदर सिंह को एक साथ देखकर खुशी हुई. साथ ही उम्मीद जतायी कि राज्यसभा सांसद और मुख्यमंत्री मिलकर एक मजबूत टीम तैयार करेंगे.


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