Pakistan PM Shahbaz Sharif: पाकिस्तान में महंगाई से जनता त्रस्त है. पाकिस्तानी रुपया लुढ़का हुआ है. लोग आटे और तेल के लिए लंबी-लंबी लाइनें लगा रहे हैं. जनता का गुस्सा बढ़ रहा है. इन सबके बीच लोगों का ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को कश्मीर की याद आई है. शरीफ ने एक बार फिर से ट्विटर पर भारत को लेकर झूठ फैलाया है.


पाकिस्तान 5 फरवरी को कश्मीर एकजुटता दिवस मना रहा है. पाकिस्तान के पास भले अपने लोगों के लिए खाने को दाने नहीं हैं, लेकिन कश्मीर को लेकर उसका राग बंद नहीं होता है. सरकार चाहे जिसकी हो, ये काम जारी ही रहता है. दरअसल, ऐसा करके वह अपने देश की जनता का ध्यान आसानी से समस्याओं से भटका लेता है. पाकिस्तान का कश्मीर दिवस का नाटक भी कुछ ऐसा ही है.


शहबाज शरीफ ने ट्वीट पर फैलाया झूठ
इसी कश्मीर एकजुटता दिवस को लेकर शहबाज शरीफ ने ट्वीट किया कि "आज पूरा पाकिस्तान कश्मीरी भाइयों और बहनों के प्रति अपनी अटूट एकजुटता और समर्थन व्यक्त करने के लिए एक साथ आता है, जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्वीकृत आत्मनिर्णय के अधिकार के संघर्ष में दमनकारी भारतीय कब्जे वाले तंत्र से अप्रभावित रहते हैं."


शरीफ ने आगे लिखा, कश्मीर के लोग भारतीय दासता से मुक्ति के अपने सपने को साकार करने के लिए इतिहास में याद किया जाने वाला अथक संघर्ष कर रहे हैं. उन्होंने अपने बलिदान से आजादी की मशाल को जलाए रखा है. यह मेरा विश्वास है कि उनके सपने जल्द ही साकार होंगे.


पाकिस्तान का पाखंड फिर हुआ बेनकाब
अब ये पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का पाखंड ही कहा जाएगा कि जब वो पैसा मांगने बाहर के मुल्क में जाते हैं तो जंग को बड़ी बर्बादी बताते हैं और जब वापस अपने मुल्क में आते हैं तो कश्मीर में आतंकवादियों को समर्थन की बात करते हैं. बीते महीने जनवरी में ही शहबाज शरीफ ने अल अरबिया को एक इंटरव्यू दिया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि उनका देश भारत के साथ तीन जंगों में अपना सबक सीख चुका है. उन्होंने भारत से बातचीत की भी बात भी कही थी. हालांकि, जैसे ही देश में वापस पहुंचे तो उन्होंने बातचीत में कश्मीर की शर्त डाल दी. 


अब एक बार फिर पाकिस्तानी पीएम ने कश्मीर पर झूठ फैलाकर अपने देश का पाखंडी चेहरा सामने किया है तो वहीं ये भी सबूत भी दिया है कि कश्मीर में आतंकवाद को फैलाने में अब भी वह लगा हुआ है.


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