Presidential Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सियासी दलों के बीच गतिविधियां तेज हो गई है. इस बीच विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार की तलाश पूरी हो गई है. राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election ) को लेकर आज विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई थी. बैठक के बाद विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार (Opposition Candidate) के तौर पर पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) के नाम की घोषण कर दी गई है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) की अध्यक्षता में आज विपक्ष की बैठक हुई जिसमें यशवंत सिन्हा के नाम पर सहमति बनी.


पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा एक पूर्व नौकरशाह हैं और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रहे हैं. हालांकि साल 2022 की शुरूआत में वो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे. इससे पहले गोपालकृष्ण गांधी ने विपक्ष की पेशकश को ठुकराते हुए राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया था.


यशवंत सिन्हा होंगे विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार


राष्ट्रपति चुनाव को लेकर आज विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई थी. बैठक के बाद विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के नाम का एलान कर दिया गया. इससे पहले यशवंत सिन्हा ने तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने इस संबंध में ट्वीट भी किया था और कहा था कि विपक्षी एकता की दिशा में काम करने के लिए टीएमसी से अलग हटना पड़ रहा है. यशवंत सिन्हा ममता बनर्जी को धन्यवाद भी दिया था.


गोपालकृष्ण गांधी ने ठुकराया पेशकश


पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल और महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी सोमवार को तीसरे ऐसे व्यक्ति बन गए थे जिन्होंने विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनने के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था. सोमवार को जारी एक बयान में उन्होंने कहा था कि उम्मीदवारी को लेकर गहराई से विचार विमर्श करने के बाद मैं पाता हूं कि विपक्ष का उम्मीदवार ऐसा होना चाहिए जो विपक्षी एकता के अलावा राष्ट्रीय सहमति और राष्ट्रीय माहौल पैदा करे. गोपालकृष्ण गांधी ने कहा था कि मुझे लगता है कि और भी लोग होंगे जो मुझसे कहीं बेहतर काम करेंगे. 


शरद पवार ने भी किया था इनकार


इससे पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने से मना कर दिया था. 15 जून को TMC अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली में राष्ट्रपति उम्मीदवार पर चर्चा को लेकर विपक्षी दलों की सहमति बनाने के लिए बैठक बुलाई थी. हालांकि इस बैठक से पहले टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी ने शरद पवार से मुलाकात भी की थी लेकिन उन्होंने राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने की पेशकश को ठुकरा दिया.


फारूक अब्दुल्ला भी कर चुके इनकार


राष्ट्रपति चुनाव 2022 (Presidential Election 2022) में विपक्ष की उम्मीदवारी को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) का नाम भी काफी चर्चा में रहा, लेकिन उन्होंने भी विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने की पेशकश को ठुकरा दिया था. उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर अभी काफी अहम मोड़ पर है और वो अभी सक्रिय राजनीति में रहना चाहते हैं. हालांकि उन्होंने अपने नाम के प्रस्ताव को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का आभार जताया था.


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