Bomb Threats In Schools: देश के अलग-अलग राज्यों में पिछले कुछ दिनों में स्कूलों को बम की धमकी मिलने का सिलसिला लगातार जारी है. दिल्ली-एनसीआर, जयपुर और फिर कानपुर में सात स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है. उत्तर प्रदेश पुलिस ने इसे अफवाह बताया और कहा है कि इसकी जांच की जा रही है.  


हनुमंत विहार के गुलमोहर विहार पब्लिक स्कूल, गुजैनी के केडीएमए स्कूल, कौशलपुरी के सनातन धर्म एजुकेशन सेंटर, सिंहपुर कछार के चिंटल स्कूल, सिविल लाइंस के वीरेंद्र स्वरूप स्कूल, कैंट और अर्मापुर के केंद्रीय विद्यालय को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी.  लगातार मिल रही धमकियों की वजह से सभी के मन में यही सवाल आ रहा है कि चुनाव के समय अचानक से ऐसे धमकी भरे मेल क्यों आ रहे हैं. इसको लेकर रॉ के पूर्व अधिकारी आरएसएन सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है. 


'ध्यान भटकाने की कोशिश' 


इसको लेकर रॉ के पूर्व अधिकारी ने कहा, 'हम देख रहे हैं कि नाइजीरिया से लेकर पकिस्तान तक एक जिहादी विचारधारा ही ऐसी विचारधारा है, जो कि बच्चों को और स्कूलों को निशाना बनाती हैं. हम ना भूले कि किस तरह से पाकिस्तान के पेशावर में आर्मी पब्लिक स्कूल को निशाना बनाया गया था. इसी तरह से अफगानिस्तान में भी स्कूलों को निशाना बनाया गया. इस तरह की धमकी देकर आतंकी संगठन लोगों का ध्यान भटकाते हैं. वो सुरक्षा एजेंसियों को परेशान करने के लिए भी ऐसा करते हैं.


'कई पार्टियों को मिलेगा पॉलिटिकल माइलेज'


उन्होंने आगे कहा, अगर हम इसे अफवाह मानकर चलेंगे तो इसी अफवाह के दौरान सच में भी ऐसा किया जा सकता है. इससे देश में कई पार्टियों को पॉलिटिकल माइलेज मिलेगा. खासकर चुनाव के समय विपक्ष के लोग कहेंगे की आप के पास तो बहुत सारे वार्निंग आए थे. इसके पास कार्रवाई करने का समय भी बहुत था. इसके बाद भी चूक हुई है, लेकिन हमें अभी सतर्क रहने की जरूरत है.


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