नई दिल्ली: कोरोना वायरस से सहमे हुए लोग बड़ी बेसब्री से इसकी वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं. इस बीच वैक्सीन का इंतजार कर रहे देशवासियों को नए साल के मौके पर बड़ी खुशखबरी मिल गई. दरअसल, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की वैक्सीन 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की वैक्सीन 'कोवैक्सीन' को आपातकाल इस्तेमाल की अंतिम मंजूरी दे दी है. अब ये वैक्सीन देश में आम लोगों को लगाए जा सकेंगे. इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें एम्स निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया कोरोना वैक्सीन से जुड़े हर सवाल का विस्तार से जवाब दे रहे हैं.


कब आएगी कोरोना वैक्सीन?


कोरोना वैक्सीन विभिन्न स्तर पर ट्रायल के फाइनल स्टेज में है. कई वैक्सीन अपने अंतिम ट्रॉयल में हैं, जो लगभग पूरे हो चुके हैं. नियामक मंजूरी मिलने के बाद सरकार सभी वैक्सीन को लॉन्च कर देगी.


क्या कोरोना वैक्सीन सभी को एकसाथ दी जाएगी?


ये पूरी तरह से इस बात पर निर्भर रहेगा कि वैक्सीन सरकार के पास कितनी मात्रा में उपलब्ध है. इसके साथ ही सरकार प्राथमिकता वाले समूहों का चयन करेगी, जो लोग कोरोना के खिलाफ जोखिम उठा रहे हैं, सरकार उन्हें पहले वैक्सीन देगी. पहले समूह में हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं. वहीं दूसरे समूह में 50 साल से ऊपर के लोग और 50 साल से कम उम्र के वैसे लोग शामिल हैं, जो बीमारियों से ग्रसित हैं.


क्या वैक्सीन लेना सभी के लिए जरूरी है?


कोरोना की वैक्सीन लेना आपकी मर्जी पर निर्भर है. हालांकि, खुद की सुरक्षा के लिए वैक्सीन का पूरा डोज लेने की सलाह दी जाती है, जिससे इस वायरस को अपने परिवार के सदस्यों, दोस्तों, संबंधियों और काम करने वाले सहयोगियों में प्रसार से रोका जा सके.


क्या वैक्सीन सुरक्षित है?


देश में कोरोना वैक्सीन को मंजूरी नियामक निकायों द्वारा सुरक्षा और सफलता के आधार पर ही मिली है. ये पूरी तरह से सुरक्षित है.


क्या अभी जो लोग कोरोना से संक्रमित हैं, उन सभी को वैक्सीन दी जाएगी?


कोरोना संक्रमित लोगों को वैक्सीन देने से केंद्र पर कोरोना फैलने का डर रहेगा. इसलिए ऐसे लोगों को 14 दिनों के लिए वैक्सीन से परहेज करना चाहिए.


क्या कोरोना को मात दे चुके लोगों के लिए वैक्सीन लेना जरूरी है?


हां, जो लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, उन्हें अपने पिछले अनुभव को भूलकर वैक्सीन का पूरा डोज लेना चाहिए. यह कोरोना के खिलाफ मजबूत इम्यूनिटी डेवलप करेगा.


क्या भारत की वैक्सीन दूसरे देशों जैसी प्रभावशाली होगी?


हां, भारत की वैक्सीन भी उतनी ही प्रभावशाली होगी, जितनी दूसरे देशों की वैक्सीन प्रभावशाली होगी. वैक्सीन की सुरक्षा और सफलता के लिए कई चरण के ट्रायल किए गए हैं.


अभी वैक्सीन की कितनी डोज तैयार हैं?


सीरम इंस्टीट्यूट के पास 50 मिलियन डोज तैयार हैं. जो कि कुल 25 मिलियन लोगों को दी जा सकती हैं.


कोरोना के नए स्ट्रेन पर वैक्सीन काम करेगी?


सीरम इंस्टीट्यूट का कहना है कि वैक्सीन कोरोना के नए स्ट्रेन पर भी काम करेगी. वैज्ञानिकों का कहना है कि वायरस में हल्का ही बदलाव हुआ है, ऐसे में वैक्सीन नए स्ट्रेन पर भी असर करेगी.


क्या कोरोना वैक्सीन मेडिकल स्टोर पर भी मिल जाएगी?


मार्च या अप्रैल तक प्राइवेट रूप से वैक्सीन मिलना शुरू हो जाएगी. लेकिन ये वैक्सीन आपको किसी डॉक्टर के पास ही मिलेगी, जो उसकी सलाह अनुसार ही दी जाएगी. मेडिकल स्टोर पर कोरोना वैक्सीन नहीं मिलेगी.


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