Who Is Toofan Singh: पंजाब में इन दिनों तूफान सिंह ने अछा खासा तूफान मचाया हुआ है. अजनाला में सिख जथेबंदी 'वारिस पंजाब दे' के मुखी अमृतपाल सिंह और उनके समर्थकों ने पुलिस थाने के पास हिंसा की, बेरीकेड तोड़े और पुलिस थाने में ही डेरा जमा कर बैठ गए. इतना सब एक तूफान सिंह के लिए हुआ. सैकड़ों की तादाद में आए लोगों ने तूफान सिंह की रिहाई की मांग की और एफआईआर को कैंसिल करने के लिए कहा. वहीं, मानयोग अदालत ने इस तूफान को रिहा भी कर दिया.


लवप्रीत सिंह उर्फ तूफान सिंह पंजाब के गुरदासपुर का रहने वाला है. तूफान सिंह काफी समय से वारिस पंजाब दे सिख जथेबंदी से जुड़ा हुआ है और अमृतापाल सिंह का अंगरक्षक भी है. उसके पिता का नाम लखविंदर सिंह है और वो गुरदासपुर के गांव तिबड़ी का रहने वाला है. लवप्रीत सिंह की उम्र करीब 32 साल है और खेतीबाड़ी का काम करता है.


इसके अलावा, तूफान सिंह कथावाचक भी बन गया है. पढाई की बात की जाए तो उसने 12वीं कक्षा तक पढाई की है. पंजाब के माझा इलाके की किसान जत्थेबंदी माझा किसानी संगरश के साथ भी तूफान सिंह जुड़ा रहा है. एक साल पहले तूफान सिंह की शादी हुई है और एक बेटा भी है.


क्यों गिरफ्तार हुआ तूफान सिंह?


दरअसल, एक साल पहले ही वारिस पंजाब दे सिख जत्थेबंदी में तूफान सिंह शामिल हुआ और सिख धर्म के प्रचार के लिए बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेता रहा है. गुरदासपुर मे शिवसेना नेता हरविंदर सिंह सोनी के खिलाफ तूफान सिंह ने एफआईआर दर्ज कराई थीऔर पुलिस ने उसको गिरफ्तार करके अदालत मे पेश किया था. तूफान सिंह को अमृतपाल सिंह के साथ हमेशा देखा जाता रहा है. हथियारों से लेस वो अमृतपाल सिंह के अंगरक्षक के तौर पर काम करता है.


लवप्रीत सिंह उर्फ तूफान सिंह का नाम वरिंदर सिंह को अगवा और मारपीट करने के मामले में सामने आया था. दरअसल, वरिंदर सिंह नाम के शख्स ने एक फेसबुक लाइव किया था जिसमें वरिंदर सिंह ने अमृतपाल सिंह के खिलाफ बोला था. इस वीडियो के बाद वरिंदर सिंह को अगवा कर मार पीट की गई. बाद में पुलिस ने वरिंदर सिंह की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की थी जिसमें तूफान सिंह भी नामजद किया गया था. पुलिस ने तूफान सिंह को गिरफ्तार कर अदालत मे पेश करके उसकी पुलिस रिमांड ले ली थी.


रिहाई के बाद क्या बोला तूफान सिंह?


अदालत से रिहा होने के बाद तूफान सिंह ने कहा, “मुझे पुलिस ने नाजायज तौर पर उठाया था. मैं अपने घर में था ओर मुझे अपने सिर पर पगड़ी भी नहीं बांधने दी. जिस अपहरण की घटना की बात की जा रही है, उस समय तो मैं बठिंडा में था. इसके सबूत पुलिस को दिए गए हैं.”


ये भी पढ़ें: अमृतपाल समर्थकों के सामने पंजाब पुलिस की बेबसी खतरनाक संकेत, पाक चला रहा K-2, बढ़ सकती हैं खालिस्तानी गतिविधियां